Uttar Pradesh
यूपी के पूर्वांचल के माफिया और 5 बार के विधायक मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह बांदा जेल में बंद था। 60 से ज्यादा मुकदमे उसके ऊपर दर्ज थे।
2002 के चुनाव में बीजेपी के कृष्णानंद राय ने मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी को हरा दिया। 2005 में कृष्णानंद राय और 6 अन्य की हत्या कर दी गई। यहीं से मुख्तार का बुरा वक्त शुरू हुआ
साल 2003 में मुख्तार अंसारी ने जेलर एके अवस्थी को जान से मारने की धमकी दी। इलाहाबाद हाईकोर्ट से उसे इस मामले में 7 साल की जेल की सजा मिली।
पिछले 6 साल में अंसारी गैंग की कमर राज्य सरकार ने तोड़ दी। 573 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर ली गई। जिसके बाद वह पूरी तरह डाउनफाल में चला गया।
यूपी में योगी सरकार आने के बाद से मुख्तार अंसारी के अवैध कारोबार पर जमकर एक्शन हुआ। 200 करोड़ से ज्यादा का अवैध कारोबार पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
मुख्तार अंसारी पर अलग-अलग मामलों और अलग-अलग जिलों में कुल 61 केस दर्ज किए गए। जिसके बाद वह अपना रुतबा बरकरार नहीं कर पाया और पहले जैसी उसकी स्थिति नहीं रही।
यूपी के माफिया मुख्तार पर हत्या के 18, हत्या की कोशिश के 10 के अलावा टाडा, गैंगेस्टर एक्ट, मकोका, आर्म्स एक्ट और नेशनल सिक्योरिटी के तहत केस दर्ज किए गए हैं।