Hindi

मोक्ष के लिए काशी में 15 दिन किराए के कमरे में रहते हैं लोग

Hindi

मरने के लिए आते लोग

आज हम आपको उत्तर प्रदेश की ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां लोग जीवन का मजा लेने के लिए नहीं बल्कि मरने के लिए आते हैं।

Image credits: social media
Hindi

काशी में मिलता है मोक्ष

मान्यता है कि काशी का निर्माण स्वयं भगवान शंकर ने किया था। इस कारण जिसकी यहां मौत होती है। उसको मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Image credits: social media
Hindi

मरने से पहले आते लोग

यही कारण है कि जिन लोगों की मृत्यु निकट आ जाती है। वे काशी आकर कुछ दिन रूकते हैं। ताकि यहां मौत आने पर मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।

Image credits: social media
Hindi

15 दिन के लिए मिलता कमरा

वाराणसी में एक काशी लाभ-मुक्ति भवन है। जहां 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को 15 दिन के लिए कमरा मिलता है।

Image credits: social media
Hindi

मोक्ष के लिए रूकते लोग

यहां मौत होने पर व्यक्ति जीवन मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है। उसे मोक्ष मिल जाता है। अगर 15 दिन में मौत नहीं होती है तो उससे कमरा खाली करवा लिया जाता है।

Image credits: social media
Hindi

चंद रुपए है किराया

वैसे तो यहां कमरा ​फ्री में मिलता है। लेकिन बर्तन, गैस, चूल्हा आदि के लिए चंद रुपए चार्ज किए जाते हैं। इस भवन में कुल 10 कमरे हैं।

Image credits: social media
Hindi

1958 में बनाया था भवन

ये भवन 1958 में डालमिया परिवार की जड़िया देवी ने बनवाया था। ताकि यहां रूककर लोग जीवन मरण के चक्र से मुक्ति पा सकें।

Image credits: social media
Hindi

मरने पर मनाते हैं खुशियां

काशी में मौत होने पर लोग दु:ख नहीं बल्कि खुशियां मनाते हैं। क्योंकि लोगों का मनना है कि यहां मौत होने पर जीवन मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है।

Image Credits: social media