महाकुंभ में पहुंची 30 साल की युवती हर्षा रिछारियो का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। लोग हर्षा को साध्वी बता रहे हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि वो कोई साध्वी नहीं हैं।
हर्षा रिछारिया ने एक इंटरव्यू में बताया कि वे निरंजनी अखाड़े की शिष्या हैं। झांसी में पैदा हुईं हर्षा बाद में भोपाल शिफ्ट हो गईं।
हर्षा रिछारिया ने अपनी इंस्टा प्रोफाइल में खुद को एंकर और होस्ट बताया है। इंस्टाग्राम पर उनके 10 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
हर्षा रिछारिया 2 साल पहले निरंजनी अखाड़े के संपर्क में आईं और महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि जी की शिष्या बन साधना करने लगीं।
हर्षा रिछारिया के मुताबिक, मैं अभी सनातन धर्म को गहराई से जानने की कोशिश में हूं। मुझे अभी इसके बारे में बहुत कुछ जानना है।
बता दें कि हर्षा रिछारिया रील्स के जरिये लोगों को सनातन धर्म के बारे में जागरुक करती आई हैं। अब वो अपने गुरू से मंत्र लेकर साधना कर रही हैं।
हर्षा के मुताबिक, उन्होंने अभी तक साध्वी की दीक्षा नहीं ली है। लेकिन लोगों ने भगवा वस्त्र और वेशभूषा देखकर उन्हें 'साध्वी हर्षा' का नाम दे दिया है।
हर्षा का कहना है कि वो अब चमक-दमक की दुनिया से दूर रहना चाहती हैं। उनकी इच्छा धर्म को जानने की है। वो दोबारा ग्लैमर की दुनिया में नहीं जाना चाहतीं।
हर्षा के मुताबिक, धर्म-अध्यात्म का रास्ता अपनाने पर उनके माता-पिता को कोई आपत्ति नहीं है।