अगर आप बनारस जा चुके हैं। वहां के मंदिर और घाट घूम चुके हैं तो बता दें कि 2050 तक काशी की तस्वीर बिल्कुल अलग होगी। AI ने 2050 में वाराणसी कैसी होगी, इसकी कुछ तस्वीरें बनाई हैं।
AI जनरेटेट ये तस्वीरें माइक्रोसॉफ्ट बिंग के इमेज क्रिएटर से तैयार की गई हैं। एक मीडिया हाउस ने AI से 2050 का बनारस दिखाने को कहा गया, जिसमें से ऐसी तस्वीरे निकलकर बाहर आईं।
एआई ने बनारस की जो तस्वीरें बनाई हैं, उनमें प्राचीन शहरों की पहचान काफी हद तक बरकरार है। इसके साथ ही भविष्य की झलक भी देखने को मिलती है। प्राचीन शहर में भविष्य के कंस्ट्रक्शन हैं।
इन तस्वीरों में श्रद्धालु किस तरह नाव में बैठकर घूम रहे हैं इसे दिखाया गया है। इसके साथ ही आसमान का नजारा भी बदला हुआ है, ऊपर की ओर ड्रोन उड़ते नजर आ रहे हैं और LED डिस्प्ले लगे है
AI जेनरेटेड तस्वीरों में बनारस को तंग और सकरी गलियां अब साफ-सुथरी और बिल्कुल मेंटेन नजर आ रही हैं। ऊंची-ऊंची बिल्डिंग्स और ड्रोन्स दिखाए जा रहे हैं।
एआई ने जिन तस्वीरों को बनाया है, उनमें दिखाया गया है कि भविष्य के बनारस में ड्रोन्स को ऐसी कल्पना के तौर पर दिखाया गया है कि लोग आसमान से घाटों का दीदार कर पाएंगे।
वाराणसी के 2050 की एआई जेनरेटेड तस्वीरों में पानी के हाईटेक जहाज देखने को मिल रहे हैं। गंगा नदी के बीचो-बीच पार्किंग की व्यवस्था भी देखी जा सकती है।