UPI को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई लगातार प्रयास कर रहा है। यही कारण है कि हर महीने यूपीआई ट्रांजैक्शन बढ़ रहा है। RBI ने UPI में ऑफलाइन ट्राजैक्शन से AI इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार 8 दिसंबर 2023 को मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान करते हुए रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। साथ ही यूपीआई को लेकर बड़े ऐलान किए हैं।
आरबीआई गवर्नर ने मॉनिटरी पॉलिसी की मीटिंग के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि हॉस्पिटल और शिक्षा संस्थानों में यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई है।
आरबीआई के नए फैसले के बाद अब हॉस्पिटल और शिक्षा संस्थानों में यूपीआई से ज्यादा पेमेंट कर सकेंगे। इन जगहों पर प्रति ट्रांजैक्शन 1 लाख से बढ़कर 5 लाख रुपए हो गया है।
आरबीआई के इस फैसले से इन संस्थानों में यूपीआई के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही अस्पतालों के बिल और स्कूल-कॉलेजों फीस जमा करने की असुविधा भी कम हो जाएगी।
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति में रेपो रेट और दूसरी नीतिगत दरों में बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब लोन की EMI पर कोई राहत नहीं मिली है। रेपो रेट में भी बदलाव नहीं हुआ है।
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024 में देश में रिटेल महंगाई दर 5.40 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इससे महंगाई में राहत मिल सकती है। पिछले कुछ समय में खाने-पीने की चीजें महंगी हुई हैं।