महंगा या सस्ता किसी भी स्मार्टफोन की बैटरी की परफॉर्मेंस दो साल बाद खराब होने लगती है। इसके पीछे का कारण बहुत कम लोग ही जानते हैं।
हर स्मार्टफोन की बैटरी 300-500 चार्ज या डिस्चार्ज साइकिल में होते हैं। जब यह पूरा हो जाता है तब फोन की बैटरी की कैपेसिटी 80% तक पहुंच जाती है।
जब फोन के बैटरी का साइकिल बढ़ने लगता है, जब वह तेजी से डिस्चार्ज होने लगती है। इसलिए सही ढंग से चार्जिंग का तरीका पता होना चाहिए।
रातभर स्मार्टफोन चार्जिंग पोर्ट में लगाकर न सोएं। 100% बैटरी चार्ज होने पर उसे चार्जर से अलग कर दें। आजकल तो कई फोन दो घंटे में ही फुल चार्ज हो जा रहे हैं।
स्मार्टफोन 10-20 प्रतिशत डिस्चार्ज होने पर बार-बार उसे चार्ज न करें। इससे फोन की बैटरी जल्दी खराब हो जाती है और वह जल्दी ड्रेन होने लगती है।
ओरिजनल चार्जर से ही स्मार्टफोन चार्ज करें। दूसरे या लोकल चार्जर से चार्ज करने पर बैटरी जल्दी खराब हो जाती है।
कभी भी अपने स्मार्टफोन को चार्ज करते समय गेम न खेलें, फोटोग्राफी न करें। इससे बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है और वह खराब हो सकती है।
स्मार्टफोन कभी भी तकिया, गद्दे, या रजाई पर रखकर चार्ज न करें। इससे फोन जल्दी हीट हो सकता है और कई बार तो बैटरी फटने का भी डर रहता है।