अगर आपका फोन जल्दी-जल्दी डिस्चार्ज हो रहा है तो हो सकता है कि वह हैकर्स के हाथ लग गया है, क्योंकि बैकग्राउंड में जासूसी ऐप्स चलने से फोन की बैटरी जल्दी खत्म होती है, सावधान रहें।
जिन ऐप्स का आप यूज नहीं करते हैं, उन्हें फोन में न रखें। कई बार आपकी इजाजत के बिना अगर कोई ऐप इंस्टॉल हो जाता है तो उसे हटा दें, क्योंकि अनजान ऐप्स में जासूसी सॉफ्टवेयर हो सकते हैं
अगर आपका फोन बहुत जल्दी ही गर्म हो रहा है तो हो सकता है कि हैकर्स रियल टाइम में डिवाइस लोकेशन ट्रैक कर रहे हों। उनके जीपीएस सिस्टम यूज करने से हार्डवेयर पर ज्यादा दबाव पड़ता है।
फोन हैक होने पर डिवाइस में कई खराबी आ सकती हैं। जैसे- स्क्रीन फ्लैशिंग की प्रॉब्लम हो सकती है, ऑटोमेटिक फोन सेटिंग चेंज हो सकता है या फिर फोन काम न करना भी हैकिंग के संकेत हैं।
अगर आपक फोन पर किसी से बात कर रहे हैं और बैकग्राउंड में किसी तरह की वॉइस शोर सुनाई दे तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि ये हैकिंग के संकेत हो सकते हैं।
अपने फोन की ब्राउजिंग हिस्ट्री को समय-समय पर चेक करते रहें, क्योंकि कई बार हैकर्स एप्लिकेशन डाउनलोड कर आपके फोन पर अपना कब्जा जमा सकते हैं।