दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में जब ED ने हिरासत में लिया तो उन्होंने अपना पर्सनल iPhone स्विच ऑफ कर लिया और ईडी को पासवर्ड बताने से मना कर दिया है।
केजरीवाल का आईफोन अनलॉक करने के लिए ED ने Apple से मदद मांगी लेकिन कंपनी ने डेटा देने से इनकार कर दिया। ऐपल ने कहा कि आईफोन के डेटा के लिए Passcode जरूरी है।
ऐपल पहले भी आईफोन डेटा शेयर करने से मना कर चुका है। 2020 में सऊदी एयरफोर्स अधिकारी ने जब कथित तौर पर 3 अमेरिकियों की हत्या की तो FBI के कहने पर भी ऐपल ने डिवाइस अनलॉक नहीं किया।
2015 में सैन बर्नार्डिनो में हमले के आरोपियों iPhone के डेटा के लिए FBI ने Apple से संपर्क किया लेकिन ऐपल ने राइट्स का हवाला देते हुए मना कर दिया था।
iPhone में अगर 10 बार गलत पासवर्ड डाल दिया जाए तो उसका डेटा डिलीट हो जाता है। इसलिए जांच एजेंसियां ऐपल की मदद मांगती हैं। कई बार हैकर्स की भी मदद ली जाती है।
इन दो मामलों में ऐपल ने कहा, 'हम बैकडोर की हेल्प नहीं करते हैं। इससे वे भी मदद ले सकते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। हम कस्टमर्स की डेटा प्राइवेसी प्रॉयरिटी पर रखते हैं।
ऐपल की पॉलिसी के अनुसार, अगर आपको अपने iPhone का डेटा चाहिए तो फोन अनलॉक होना चाहिए। कंपनी किसी को भी डिवाइस का डेटा नहीं देगी। इसलिए किसी को डेटा नहीं दी जाती है।