अब ज्यादा स्मार्ट और सेल्फ-ड्राइविंग कारें मार्केट में बढ़ सकती हैं। ये जितनी कंफर्टेबल होंगी, उतनी ही सेफ भी। हालांकि, देश में ट्रैफिक और भीड़भाड़ में चलना चुनौती भरा हो सकता है।
इस साल आपके स्मार्टफोन ज्यादा स्मार्ट बन सकते हैं। वे आपकी पसंद-नापसंद को समझ सकते हैं। एनालेटिक डेटा बेस पर ये स्मार्टफोन यहां तक समझ सकते हैं कि आपको क्या करना चाहिए, क्या नहीं।
कई ऐसे होम अप्लायंस मार्केट में आ चुके हैं जो घर के काम आसानी से कर देते हैं। इस साल ऐसे अन्य डिवाइसेस भी आ सकते हैं।आपका घर एआई से लैस होगा, जो एक आवाज या इशारे पर झटपट काम करेंगे
एजुकेशन सेक्टर में एआई का यूज ज्यादा बढ़ सकता है। इससे स्टूडेंट्स को पर्सनलाइज्ड एजुकेशन देगा। टीचर्स को भी पढ़ाने में मदद मिल सकेगी।
नए साल में एआई बीमारियों का पता लगाकर इलाज में मदद कर सकता है। इससे काफी हद तक खतरनाक और जानलेवा बीमारियों का ट्रीटमेंट ढूंढने में भी हेल्प हो सकती है।
एआई की मदद से स्किल्स को बेहतर बनाने पर काम हो रहा है। 2025 में एआई बुक्स लिखने, म्यूजिक कंपोज करने, डिजिटल गेम्स और कई अन्य क्रिएटिविटी में ज्यादा यूज हो सकता है।
एआई डेवलपर्स,डेटा साइंटिस्ट्स, एआई एक्सपर्ट्स जैसे नई जॉब्स भी इस साल मार्केट में बढ़ सकती हैं। जिनकी काफी डिमांड आने वाली हैं।
AI के सिर्फ फायदे नहीं नुकसान भी हैं। 2025 में एआई का यूज बढ़ने से नौकरियों पर संकट आ सकता है। काफी हद तक क्रिएटिविटी प्रभावित भी होगी। इंसान-मशीन इंटरफेस भी समस्याएं बढ़ा सकता है।