ISRO की साल की सबसे बड़ी उपलब्धियों में पहला नाम चंद्रयान-3 है।14 जुलाई को मून मिशन लॉन्च कर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भार पहला देश बना।
इस साल इसरो ने सौर मिशन आदित्य एल-1 की सफल लॉन्चिंग की। 2 सितंबर को लॉन्च इस मिशन के एल 1 बिंदु में प्रवेश करने की प्रक्रिया 7 जनवरी, 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है।
चंद्रयान 3 और आदित्य एल-1 के बाद इसरो ने पहले मानव मिशन गगनयान की तैयारी में जुट गया है। 2025 में इसकी लॉन्चिंग हो सकती है। 21 अक्टूबर को मिशन की टेस्ट फ्लाइट TVD1 सफल रही।
इसरो ने इस साल अपने सबसे भारी रॉकेट LVM3 M3 की सफल लॉन्चिंग की। मार्च में एयरटेल से जुड़ी कंपनी OneWeb के 36 सैटेलाइट लॉन्च किए। इसके बाद LVM3 M4 से चंद्रयान 3 तक लॉन्चिंग की।
इस साल ISRO ने 46 विदेशी सैटेलाइट लॉन्च किए। इसमें अमेरिका का Janus-1, एयरटेल से जुड़ी कंपनी के 36 सैटेलाइट्स और सिंगापुर के कई सैटेलाइट्स अलग-अलग तारीखों पर छोड़ें।
इस साल इसरो ने दो री-एंट्री मिशन और 1 POEM मिशन किया। इसमें RLV LEX से लेकर PSLV C55 रॉकेट से ही POEM-2 मिशन और TV-D1 की सफल लॉन्चिंग और री-एंट्री की गई।
इसरो से जुड़ी कॉमर्शियल विंग IN-SPACe को इस साल 523 भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियों से स्पेस सेक्टर में हेल्प के लिए ऐप मिले। इनमें से 297 इसरो से मदद और गाइडेंस चाहते हैं।