कोलकाता के आर जी कर हॉस्पिटल में हुए रेजीडेंट डॉक्टर के रेप, मर्डर के आरोपी संजय रॉय के खिलाफ जांच जारी है। सीबीआई ने भी शुरुआती जांच में उसे आरोपी माना है।
आरोपी संजय रॉय ने कोलकाता पुलिस को दिए बयान में रेप और मर्डर की बात कुबूल की ही, वहीं सीबीआई के सामने भी उसने अपना गुनाह कुबूल लिया है।
कोलकाता सेशन कोर्ट ने संजय रॉय को 14 दिनों की ज्यूडीशियल कस्टडी में भेजा है। आरोपी को कोलकाता के प्रेसिडेंसी जेल में रखा गया है।
संजय रॉय के खिलाफ क्या धाराएं लगाई गई हैं, और उसे कितनी सजा हो सकती है। ये पूरा देश जानना चाहता है।
भारतीय दंड संहिता (IPC) और CRPC की जगह अब देश में भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) ने ले ली है।
कई संगठन संजय रॉय के खिलाफ फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। अब देखिए नए कानूनों के तहत संजय रॉय को अधिकतम कितनी सजा हो सकती है।
संजय रॉय पर रेप के लिए धारा 376 की जगह सेक्शन 64, वहीं मर्डर के लिए 302 की जगह धारा 103 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।
BNS के सेक्शन 103 में मर्डर के दोषी को मौत की सजा दी सकती है। वहीं जुर्माने के साथ आजीवन कारावास की सजा का भी ऑप्शन दिया गया है।
12 और 16 साल से कम उम्र की लड़की के साथ रेप पर 20 साल या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। पीड़िता की उम्र के हिसाब से इसमें कुछ नए प्रवाधान भी शामिल किए गए हैं।