Hindi

भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में रोड़ा बनी ये मछली, कीमत 2000 रु. किलो

Hindi

पश्चिम बंगाल में हिल्सा की मांग

इस समय पश्चिम बंगाल के लोगों को हिल्सा मछली की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां काफी पसंद किया जाता है। दुर्गा पूजा के दौरान पश्चिम बंगाल में हिल्सा की मांग काफी बढ़ जाती है।

Image credits: social media
Hindi

दुनिया में हिल्सा मछली के सबसे बड़ा उत्पादक बांग्लादेश

दुनिया में हिल्सा मछली के सबसे बड़े उत्पादक बांग्लादेश ने भारत में हिल्सा का आना एकदम रोक दिया है। इस वजह से कमी हो गई है।

Image credits: social media
Hindi

हिल्सा मछली के बैन पर बांग्लादेश की दलील

बांग्लादेश के मत्स्य पालन विभाग की सलाहकार फरीदा अख्तर ने हिल्सा मछली के बैन पर कहा कि ये बांग्लादेश की राष्ट्रीय मछली है। यहां के लोगों का पहला हक है कि इसे खाए।

Image credits: social media
Hindi

भारत-बांग्लादेश हिल्सा डिप्लोमेसी

हिल्सा डिप्लोमेसी  के तहत त्योहारी सीजन के दौरान मछली की खेप को बांग्लादेश भारत ले जाने की अनुमति देती रही थी। लेकिन अब रोक लगा दी गई है।

Image credits: social media
Hindi

भारत के साथ बेहतर संबंधों की आधारशीला थी हिल्सा मछली

हिल्सा मछली को बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना भारत और खासतौर से पश्चिम बंगाल के नेताओं के साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए इस्तेमाल करती रही थीं।

Image credits: social media
Hindi

दुर्गा पुजा के दौरान हिल्सा मछली का निर्यात

बांग्लादेश हर साल दुर्गा पुजा के वक्त 3,000-5,000 टन हिल्सा मछली भारत में निर्यात करने की अनुमति देता था। लेकिन सरकार बदल जाने के बाद से इस बार बैन करने का फैसला लिया है।

Image credits: social media
Hindi

बंगाली समाज के लिए हिल्सा मछली की बहुत अहमियत

भारत और बांग्लादेश में रहने वाले बंगाली समाज के लिए हिल्सा मछली की बहुत अहमियत है, इसे पवित्र माना जाता है।

Image credits: social media
Hindi

बंगाल की खाड़ी में पाई जाती है हिल्सा मछली

बांग्लादेश हिल्सा जिसे तेनुलोसा इलिशा के नाम से भी जाना जाता है। ये बंगाल की खाड़ी में भारी मात्रा में पाया जाता है।

Image Credits: social media