दूसरी बार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या की कोशिश हुई है। हमलावर उनके 400 मीटर करीब तक पहुंच गया। इन घटनाओं ने US Secret Service की नाक कटा दी है।
अमेरिका में राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को यूएस सीक्रेट सर्विस द्वारा सुरक्षा दी जाती है। डोनाल्ड ट्रम्प की सुरक्षा भी इस एजेंसी के एजेंट करते हैं।
जुलाई में डोनाल्ड ट्रम्प पर पेंसिलवेनिया में एक रैली के दौरान गोली चली थी, जो उनके कान में लगी। इसके बाद सीक्रेट सर्विस के डायरेक्टर को इस्तीफा देना पड़ा था।
यूएस सीक्रेट सर्विस की स्थापना 1865 में अमेरिकी राजकोष की शाखा के रूप में की गई थी। इसका मूल काम अमेरिकी मुद्रा की जालसाजी रोकना था।
1901 में राष्ट्रपति विलियम मैककिनले हत्याकांड के बाद सीक्रेट सर्विस को राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति जैसे VVIP की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली। यह वित्तीय अपराधों के खिलाफ काम करती रही।
एजेंसी राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति और उनके जीवनसाथी को सुरक्षा देती है। इनके बच्चों को 16 साल तक सुरक्षा मिलती है। जीवनसाथी दूसरी शादी कर तो सुरक्षा नहीं मिलती।
सीक्रेट सर्विस के करीब 3,200 खास एजेंट है। इनमें से 1300 वर्दीधारी डिवीजन अधिकारी है। 2,000 से अधिक तकनीकी, पेशेवर और प्रशासनिक सहायता कर्मी हैं।
राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति पद पर रहते हुए सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा से इनकार नहीं कर सकते। पद से हटने के बाद, राष्ट्रपति और उनके जीवनसाथी आजीवन सुरक्षा से इनकार कर सकते हैं।
राष्ट्रपति कभी अकेले नहीं होते। राष्ट्रपति का खाना सीक्रेट सर्विस की निगरानी में तैयार होता है।