अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया F-22 दुनिया का सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान है। पांचवीं पीढ़ी का यह स्टील्थ जेट सिर्फ अमेरिकी वायुसेना के पास है।
F-35 लाइटनिंग II अमेरिका का पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है। इसने कई लड़ाइयों में हिस्सा लिया है और शानदार प्रदर्शन किया है। अमेरिका इसे सिर्फ अपने करीबी दोस्तों को देता है।
सुखोई एसयू-57 पांचवीं पीढ़ी का रूसी स्टील्थ प्लेन है। रूस की वायुसेना कम संख्या में इसका इस्तेमाल कर रही है। इसे विकसित किया जा रहा है।
चेंगदू जे-20 माइटी ड्रैगन चीन का पहला 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट है। इसे अमेरिका के F-22 और रूस के Su-57 को टक्कर देने के लिए डिजाइन किया गया है।
J-35A चीन का दूसरा पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है। इसका डिजाइन अमेरिका के F-35 पर आधारित है। पाकिस्तान चीन से 40 J-35A विमान लेने की कोशिश में है।
दक्षिण कोरिया ने इंडोनेशिया की साझेदारी में KAI KF-21 बोरामे तैयार किया है। यह स्टेल्थ फीचर्स से लैस है। इसमें एडावांस AESA रडार सिस्टम लगा है।
बोइंग F-15 ईगल अमेरिकी वायुसेना का शक्तिशाली लड़ाकू विमान है। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा फाइटर जेट है जिसने 100 से ज्यादा हवाई लड़ाई जीती है। एक बार भी नहीं हारा है।
राफेल फ्रांस द्वारा विकसित किया गया है। भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदे हैं। दो इंजन वाला यह लड़ाकू विमान बेहद ताकतवर है।
यूरोफाइटर टाइफून को यूरोप के कई प्रमुख देशों ने मिलकर तैयार किया है। यह यूरोप का प्रमुख फाइटर जेट है।
रूसी सुखोई Su-30, Su-35, Su-37 और चीनी J-16 सभी Su-27 प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं। Su-35S सबसे आधुनिक है।