चिकित्सकों ने अध्ययन में बताया कि HCQ मलेरिया की दवा जिसे कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान दिया जाता रहा है।
एक अध्ययन के मुताबिक 2020 की कोरोना लहर के दौरान HCQ दवा देने के बाद करीब 6 देशों में 17 हजार लोगों की मौत हुई होगी।
कोविड मरीजों के भर्ती होने और दवा के प्रयोग और इससे संबंधित रिस्क पर नजर रखी गई है। ऐसे में पाया गया कि ये दवा खतरनाक वायरल के इलाज में प्रभावी है।
अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने HCQ के आपातकालीन प्रयोग को रद्द कर दिया है।
एक वैज्ञानिक ने कोरोना वायरस के लिए HCQ को जादुई गोली बताया है जो लोगों को घातक वायरस से बचा सकती है।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के सर्वे में पाया गया कि HCQ दवा को कोरोना संक्रमित मरीजों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।