कई देशों ने इजराइल को आज भी एक देश के तौर पर मान्यता नहीं दी है। खासकर इस्लामी मुल्क तो मानते हैं कि इजराइल को फिलिस्तीनियों की जमीन पर बसाया गया।
हालांकि, इस बहस के बीच अब चर्चा है कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन यानी पाकिस्तान इजराइल को मान्यता दे सकता है।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के मेंबर और JUI-F के नेता मौलाना फजलुर्रहमान ने शहबाज शरीफ की आलोचना करते हुए इजराइल को लेकर सरकार के रुख पर कड़ा एतराज जताया है।
मौलाना फजलुर्रहमान ने कहा है कि ऐतिहासिक तौर पर देखें तो से दुनिया में इजरायल नाम का कोई देश नहीं है। लेकिन इस्लामाबाद में इसको लेकर बातचीत चल रही है।
मौलाना ने कहा- लगता है पाकिस्तान सरकार जिन्ना की इजरायल विरोधी विचारधारा को भुल चुकी है। फजलुर्रहमान के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि पाकिस्तान को मान्यता दे सकता है।
मौलाना फजलुर्रहमान का कहना है कि ब्रिटेन के समर्थन से यहूदियों को अरब में एक साजिश के तहत फिलिस्तीनियों की जमीन पर बसाया गया है, जो सरासर गलत है।
मौलाना ने फिलीस्तीन में बने ताजा हालातों के लिए अमेरिका और यूरोप की भी जिम्मेदार ठहराया। इसके अलावा गाजा मुद्दे को इंटरनेशनल कोर्ट में ले जाने के लिए साउथ अफ्रीका की तारीफ की।
पाकिस्तानी मौलाना ने कहा- अल अक्सा मस्जिद पूरी दुनिया के मुस्लिमों की है। इसलिए हम अपनी पाक जगहों की सुरक्षा के लिए जान देने को भी तैयार हैं।