हूती विद्रोहियों ने इजराइल पर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला कर उसे दहला दिया। इस दौरान इजराइल का आयरन डोम भी इस अटैक को नहीं रोक पाया।
इससे इजराइल के डिफेंस सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं ये भी कहा जा रहा है कि हूती विद्रोहियों के साथ अगर हमास और हिजबुल्ला मिलकर हमला करें तो इजराइल की मुसीबतें बढ़ा सकते हैं।
ईरान के प्रॉक्सी हूती-हिजबुल्लाह-हमास यानी 3-H अगर इजराइल पर एक साथ धावा बोलते हैं तो उसे काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, अलग-अलग अटैक से उसे इतना फर्क नहीं पड़ेगा।
यमन के हूती विद्रोहियों ने बैलिस्टिक मिसाइल इजरायल की राजधानी तेल अवीव के पास गिराने में कामयाबी पाई है। वहीं, आयरन डोम का इसे न रोक पाना इजराइल के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
हूती विद्रोहियों ने 2600 KM दूर से बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ी, जो इजरायल के डिफेंस सिस्टम को भेदती हुई तेल अवीव के पास गिरी। इसका निशाना जफा का मिलिट्री बेस था, लेकिन निशाना चूक गया।
हूतियों के हमले को रोक पाने में नाकामयाब आयरन डोम पर फिर सवाल उठ रहे हैं। इजराइल ने कहा-उनकी मिसाइलों को हम रेड सी के ऊपर ही मारते रहे हैं। ये पहला मौका है, जब मिसाइल अंदर घुसी है।
कहा तो ये भी जा रहा है कि नेतन्याहू इस हमले के बाद अपने रक्षा मंत्री योव गैलेंट से नाराज हैं। माना जा रहा है कि आयरन डोम की कमी का खामियाजा डिफेंस मिनिस्टर को भुगतना पड़ सकता है।
इससे पहले भी 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजराइल पर एक साथ 5000 रॉकेट दागे थे तो एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम इन्हें रोक पाने में नाकाम साबित हुआ था।