इजराइल ने पिछले 11 महीनों में Gaza में भारी तबाही मचाई है। अब तक वहां 40 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। हालांकि, इसके बाद भी दुनिया के 3 मुस्लिम देश इजराइल के साथ खड़े हैं।
दरअसल, 4 साल पहले 15 सितंबर, 2020 को इजराइल ने बहरीन और UAE के साथ अब्राहम समझौता किया था। बाद में इसमें एक और मुस्लिम देश मोरक्को भी शामिल हो गया।
इजरायल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने अब्राहम समझौते के बाद अरब देशों के साथ इजरायल के संघर्ष के खत्म होने की उम्मीद जताई थी। लेकिन हमास ने हमले की शुरुआत कर इजराइल को भड़का दिया।
इजराइल और अरब देशों के बीच हुआ एक शांति समझौता है, जिसके तहत इज़राइल के साथ कई अरब देशों ने राजनयिक संबंध स्थापित किए। हालांकि, गाजा में हमले ने इस समझौते पर सवाल भी खड़ा किया है।
Gaza में पिछले 11 महीने से चल रही जंग के बीच अरब देशों के साथ इजराइल के इस समझौते पर काफी प्रेशर है। हालांकि, बावजूद इसके UAE, बहरीन और मोरक्को अब भी इजराइल के साथ खड़े हैं।
अब्राहम समझौते में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक, भले ही युद्ध के चलते तनाव और दबाव बना है, लेकिन सभी पक्षों का मानना है कि शांति और सहयोग ही सबसे अच्छा विकल्प है।
Gaza की जंग में इजरायल की पॉलिसी की निंदा के बाद भी सिर्फ जॉर्डन ही इकलौता अरब देश है, जिसने ऑफिशियल अपने राजदूत को इजरायल से वापस बुलाया है।
गाजा पर ताबड़तोड़ हमलों के बावजूद बहरीन, यूएई और मोरक्को ने इजराइल के साथ अपने व्यापार को बरकरार रखा है। मोरक्को और UAE से अब भी इजराइल के लिए सीधी फ्लाइट मौजूद हैं।