इजराइल और ईरान युद्ध में अब किसी भी वक्त जंग छिड़ सकती है। सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमले के बाद से ही ईरान बुरी तरह बौखलाया हुआ है।
ईरान का कहना है कि दमिश्क में उसके दूतावास पर इजराइल ने हमला किया है, जिसकी वजह से उसके 2 टॉप कमांडर समेत सात लोग मारे गए हैं।
इस हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खुमैनी ने कहा है कि हम इसका वो जवाब देंगे कि इजराइल को अपने किए पर पछतावा होगा।
वहीं, इजराइल भी ईरान की तरफ से होने वाले हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। युद्ध के मद्देनजर इजराइल ने अपने सभी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
इजराइल ने अपने रिजर्व सैनिकों को भी वापस बुला लिया है। साथ ही ईरान के हमलों से बचने के लिए तेल अवीव में दोबारा शेल्टर खोले जा रहे हैं।
इसके अलावा इजराइल ने अपने कई इलाकों पर GPS ब्लॉक कर दिया है। इसे ब्लॉक करने से दुश्मन देश की मिसाइलें और रॉकेट अपना टारगेट नहीं ढूंढ पाती हैं।
डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईरान सीधे इजराइल से जंग नहीं लड़ेगा। वो प्रॉक्सी वॉर तेज कर सकता है, जिसमें वो हिज्बुल्लाह के जरिये इजराइल पर और हमले करवा सकता है।
ईरान ऐसा इसलिए करेगा, क्योंकि वो जानता है कि इजराइल के पीछे अमेरिका खड़ा है। अगर ईरान ने सीधे-सीधे जंग शुरू की तो अमेरिका इजराइल का सपोर्ट करेगा।