इजराइल-हमास जंग के बीच हमास लीडर याह्या सिनवार के करीबी इस्मत मंसूर ने अमेरिकी TV चैनल Sky टीवी को एक इंटरव्यू दिया है। मंजूर ने इसमें हमास को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
हमास लीडर याह्या सिनवार के दोस्त इस्मत मंसूर के मुताबिक, सिनवार ने कभी ख्वाब में नहीं सोचा था कि इजराइल 7 अक्टूबर के हमले का बदला इतने खतरनाक तरीके से लेगा।
इस्मत मंसूर के मुताबिक, याह्या सिनवार तो बस अपने आप को फिलिस्तीन की आजादी का सबसे बड़ा नेता साबित करना चाहता था। इसी वजह से उसने इजराइल पर हमला किया था।
मंसूर के मुताबिक, 7 अक्टूबर को हमास के इजराइल पर हमला करने की मुख्य वजह ये थी कि वो इजराइल के कब्जे से कुछ जमीन और अपने कुछ दोस्तों को छुड़ाना चाहता था।
इसके साथ ही हमास के मास्टरमाइंड सिनवार ने इजराइल पर इसलिए भी हमला बोला, ताकि फिलिस्तीनी की अवाम और बाकी दुनिया उसे ही फिलिस्तीन का सबसे बड़ा नेता माने।
मंसूर के मुताबिक, इजराइल पर हमले से सिनवार का कोई मकसद तो पूरा हुआ नहीं, इसके उलट अब हमास की परेशानियां और बढ़ गई हैं।
मंसूर ने कहा- सिनवार को कतई उम्मीद नहीं थी कि इजराइल खुद पर हुए हमले का जवाब इस खतरनाक तरीके से देगा। हमास के हमले अब उसी पर बहुत भारी पड़ रहे हैं।
मंसूर के मुताबिक, सिनवार और हमास ने कभी नहीं सोचा था कि इजराइल इतना घातक हो जाएगा कि किसी से रोके नहीं रुकेगा। सिनवार को जरा भी इसका अंदाजा होता तो वो हमले से पहले 100 बार सोचता।
मंसूर ने कहा कि याह्या सिनवार मिस्र की मदद से गाजा को आजाद कराना चाहता था, ताकि वो खुद फिलिस्तीनियों का सबसे बड़ा लीडर बनकर सामने आए। हालांकि, वो इनमें पूरी तरह नाकाम रहा।