मध्यपूर्व पर दुनिया की निगाह है। इजरायल हमास पर बड़े हमले की तैयारी में है। गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुचांने के प्रयास जारी है। उत्तरी गाजा से दक्षिणी ओर पलायन जारी है।
इजरायल हमास पर धीरे धीरे हमले बढ़ा रहा है। आसपास के देशों के लिए भी उसकी रणनीतियां तैयार हो रही है। इस बार इजराइल हमास पर सिर्फ हमला नहीं करेगा बल्कि कुछ बड़ा करने वाला है।
इजरायल हमास युद्ध में हिजबुल्ला की अघोषित एंट्री तो हो ही चुकी है। यही कारण है कि इजराइल अपनी रणनीति पहले से बिल्कुल अलग कर रहा है। यानी युद्ध का दायरा दूसरे देशों तक बढ़ेगा।
हमास पर हमले के बीच इजराइल ने अपने उत्तर में दक्षिणी लेबनान से लगी सीमा से सटे शहर खाली करा लिए हैं। यहीं ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के ठिकाने बताए जाते हैं। इससे आशंकाएं बढ़ गई हैं।
इजरायल ने अपने नागरिकों से मिस्र और जॉर्डन को तुरंत छोड़ने का आदेश दिया है। यहां तक की मोरक्को जाने वालों को भी अलर्ट किया है। इन देशों में इजरायली नागरिकों पर हमला हो सकता है।
तीनों देशों ने अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने को कहा है। इससे पता चलता है कि इलाके में सैन्य संघर्ष बढ़ सकता है। हिजबुल्लाह लेबनान से ही सक्रिय है। इसलिए हमले की आशंका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के इजराइल यात्रा से पहले गाजा अस्पताल पर हमले से फिलिस्तीनी समर्थक देशों से बातचीत के प्रयास को झटका लगा। जॉर्डन ने मुलाकात रद्द की। उनकी यात्रा इजराइल तक रह गई।
इस युद्ध को रोकने के कोई ठोस प्रयास नहीं हो रहे। पश्चिमी देश इजरायल के साथ हैं। मामला शांत नहीं हुआ तो अरब देश,रूस खुलकर फिलिस्तीन के साथ आ जाएंगे। दुनिया दो हिस्सों में बंट जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल इस बार शांत नहीं बैठने वाला है। अगर उसे अमेरिका जैसे देशों ने नहीं रोका तो तनाव बढ़ेगा। युद्ध लंबे समय तक खिंच जाएगा। जिसकी आग कई देशों तक पहुंचेगी