हिजाब पहनना महिलाओं के लिए कंपलसरी है। पब्लिक प्लेस पर सिर और शरीर ढका होना चाहिए। आदेश ना मानने पर 10 साल तक की जेल हो सकती है।
औरतों को सार्वजनिक स्थानों पर अबाया और हिजाब पहनना कंपलसरी है। यहां विदेशी महिलाएं से भी सिर को ढककर रखने के लिए कहा जाता है। इसके बिना जुर्माना या गिरफ्तारी भी की जा सकती है।
तालिबान का शासन के आने के बाद महिलाओं को सिर से पैर तक कवर करने वाला बुर्का पहनना जरुरी है। चेहरा भी ढकना होता है। आखों को जालीदार कपड़े के पीछे रखना होता है।
मुस्लिम कंट्री कुवैत में भी हिजाब या बुर्का पहनना कंपलसरी है। पब्लिक प्लेस पर इसका उल्लंघन करने पर महिलाओं को जुर्माना देना पड़ सकता है।
प्राचीन सभ्यता वाले इस देश में हिजाब का विरोध नहीं किया जा सकता है। ऐसा करने पर जेल की सजा का प्रावधान है।
मुस्लिम देशों का बड़ा पैरोकार बनने वाले तुर्की में सरकारी संस्थानों में हिजाब पर बैन लगाया गया है।
भारत के इस पड़ोसी देश में महिलाओं से हिजाब पहनने की अपेक्षा की जाती है, लेकिन स्कूलों में हिजाब पहनने पर पाबंदी लगाई गई है।
महिलाओं के लिए उज्बेकिस्तान के नियम भी बहुत सख्त हैं। पब्लिक प्लेस पर हिजाब ना पहनने पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
दुनिया में इंसानी सभ्यता के विकास में योगदान देने वाले जॉर्डन में हिजाब न पहनने पर सामाजिक बहिष्कार किए जाने का खतरा बना रहता है।
इस मुस्लिम देश में हिजाब न पहनने पर गिरफ्तारी का खतरा मंडराता रहता है।