पाकिस्तान आर्मी द्वारा अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में किए गए हवाई हमले में 46 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद से तालिबान भड़का हुआ है और उसने जंग की चेतावनी दी है।
वैसे, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अगर जंग हुई तो हर चीज में पाक सेना भारी है। लेकिन एक वजह ऐसी है, जिसके बलबूते तालिबान लड़ाके भारी पड़ सकते हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के मुकाबले तालिबान हर मोर्चे पर कमजोर है, लेकिन जंग हुई तो पाक को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दरअसल, तालिबानी लड़ाके गुरिल्ला युद्ध में माहिर हैं। भले ही उनके लड़ाकों की संख्या कम है, लेकिन घात लगाकर हमला करने में उनका कोई तोड़ नहीं है। ये पाकिस्तान पर भारी पड़ सकता है।
इसके अलावा तालिबानी लड़ाकों के पास दुर्गम इलाकों में भी सर्वाइव करने की क्षमता है। उनके पास AK-47, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर जैसे हथियारों का जखीरा है।
बता दें कि अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान में करीब 7 अरब डॉलर के सैन्य साजोसामान छोड़ा है। लेकिन अफगानी सैनिक और तालिबान के लड़ाके इन हथियारों को चलाना नहीं जानते।
पाकिस्तान और तालिबान की तुलना करें तो पाक के पास 6.5 लाख से ज्यादा सैनिक हैं। वहीं, अफगानिस्तान के पास सब मिलाकर 3 लाख सैनिक हैं।
इसके अलावा पाकिस्तान के पास 1400 विमान, 3000 टैंकर और 50 हजार से ज्यादा आर्मर्ड व्हीकल भी हैं। वहीं, अफगानिस्तान इन सब चीजों में ही पाक से बेहद कमजोर है।
रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तानी हमले के बाद तालिबान के 15 हजार लड़ाके पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के मीर अली बॉर्डर की ओर बढ़ रहे हैं।