अफगानिस्तान में महिलाओं के बाद पुरुषों पर भी तमाम प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। अब वो फैशनेबल हल्की दाढ़ी नहीं रख पाएंगे। उन्हें लंबी दाढ़ी रखनी होगी। जींस नहीं पहन पाएंगे।
तालिबान ने आदेश दिया है कि पुरुष हल्की दाढ़ी, फ्रेंच कट दाढ़ी नहीं रख पाएंगे। पारंपरिक इस्लामी पोशाक ही पहननी होगी। ऐसा न करने पर नौकरी छूट सकती है। तालिबानी पुलिस सजा भी देगी।
तालिबान ने साफ कर दिया है कि पुरुषों को ऐसे बाल नहीं कटवाने हैं जो शरिया कानून का उल्लंघन करते हों। वेस्टर्न कट हेयर स्टाइल तो बिल्कुल भी नहीं चलेगी।
पुरुषों को रमजान में नमाज में जाना होगा और रोजा रखना होगा। सार्वजनिक जगह गाना यानी संगीत नहीं बजा सकेंगे। इस्लामी मूल्यों के खिलाफ रहने वाले सांस्कृतिक समारोह नहीं होंगे।
रिश्तेदार नहीं तो पुरुष-महिलाएं सार्वजनिक तौर पर बात नहीं कर सकेंगे। पुरुषों को महिलाओं के साथ घर से बाहर जाना होगा। पुरुष किसी पराई औरत से नजर मिलाकर न बता करेंगे, न घूमने जाएंगे।
अफगानिस्तान में पुरुष टैक्सी ड्राइवरों यानी कैब ड्राइवरों को लिंग भेद नियमों का उल्लंघन करने की वजह से कारों में अकेली महिला सवारी बैठाने या गाना बजाने के कारण रोका जा रहा है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानी पुरुष नए प्रतिबंध से परेशान हैं। अब उन्हें अफसोस हो रहा है कि पहले ही इस पर आवाज क्यों नहीं उठाए। 3 साल पहले तालिबान वहां सत्ता में आया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, नए कानून में मोरल पुलिस 3 दिनों तक हिरासत में रख सकती है। महिलाओं के नियम तोड़ने पर कोड़े या पत्थर मारकर मौत की सजा, नौकरी तक जा सकती है।