अमेरिकी एयर फोर्स के पास कुल 13,209 विमान हैं। इनमें 1,854 लड़ाकू विमान है। इसके पास F-22 रैप्टर और F-35 जैसे पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स हैं।
रूस की वायुसेना के पास 4,255 से अधिक विमान हैं। इनमें से 809 फाइटर जेट्स हैं। इस देश के पास बॉम्बर विमानों की अच्छी संख्या है।
चीन की वायुसेना का आकार तेजी से बढ़ रहा है। इसके पास 3,304 विमान हैं, जिनमें से 1,207 फाइटर जेट्स और बॉम्बर्स हैं।
इंडियन एयरफोर्स के पास 2,296 विमान हैं। इनमें से करीब 600 लड़ाकू विमान हैं। भारत के पास सुखोई Su-30 MKI और राफेल जैसे ताकतवर फाइटर जेट हैं।
दक्षिण कोरिया के पास 1,576 विमान है। इसके पास 40 F-35 Lightening II फाइटर जेट हैं।
जापान की वायुसेना के पास 1,459 विमान हैं। इसके पास अमेरिकी F-35 से लेकर खुद का मित्सुबिशी एफ-15 लड़ाकू विमान है।
पाकिस्तान की वायुसेना के पास 1,434 विमान हैं। इसके पास अमेरिकी F-16 से लेकर JF-17 जैसे फाइटर जेट्स हैं।
मिस्र के पास 409 लड़ाकू विमान हैं। इस देश की वायुसेना F-16 फाइटिंग फाल्कन, डसॉल्ट राफेल, मिग-29m, मिराज 2000 और कुछ पुराने मिराज 5 से लैस है।
तुर्की की वायु सेना के पास 1,069 विमान हैं। यह अपने स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान कान को विकसित कर रहा है। इसके पास F-16 जैसे विमान भी हैं।
इजरायल की वायुसेना के पास 329 लड़ाकू विमान हैं। इसके पास F-16 फाइटिंग फॉल्कन, F-15 स्ट्राइक ईगल और F-35 लाइटनिंग II जैसे ताकतवर फाइटर जेट्स हैं।