इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार दिया है। 28 सितंबर को एक ऑपरेशन में इजराइली सेना ने उस बिल्डिंग में लगातार बम बरसाए, जिसमें नसरल्लाह छुपा था।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इजराइल ने ऑपरेशन के लिए विमानों के उड़ान भरने के बाद उन्हें जानकारी दी थी। इजराइल ने कहा उसने ऑपरेशन शुरू करने से पहले ही अमेरिका को बता दिया था।
हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद भी इजराइल ने लेबनान पर हमले बंद नहीं किए हैं। रविवार को इजराइल ने लेबनान से सटी सीमा पर अपने टैंक तैनात कर दिए हैं।
मतलब इजराइल अब लेबनान के अंदर घुसकर ग्राउंड ऑपरेशन करने की पूरी तैयारी कर चुका है। इजराइली सेना भीतर जाकर हिजबुल्लाह से आमने-सामने की लड़ाई करेगी।
इससे पहले नसरल्लाह को मारने के लिए इजराइली सेना ने 27 सितंबर को 8 लड़ाकू विमान भेजे थे। इनके जरिये हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया गया।
इजराइल के लड़ाकू विमानों ने हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 2 हजार पाउंड के 15 बम एक के बाद एक बरसाए, जिसमें हसन नसरल्लाह मारा गया।
रिपोर्ट की मानें तो ये बम अमेरिका में बने BLU-109 हैं, जिन्हें खास ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जाता है। ये किसी भी लोकेशन पर जमीन के अंदर तक विस्फोट करने में सक्षम होते हैं।
हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद न सिर्फ लेबनान बल्कि ईरान में भी लोगों ने शोक मनाया। ईरान में 5 दिन के शोक का ऐलान किया गया है।