यह अमेरिकी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। रेंज 13000km है। 3 अलग-अलग परमाणु हथियार ले जा सकता है। ये 3 स्थानों को निशाना बना सकते हैं। इसे जमीन से लॉन्च किया जाता है।
यह अमेरिकी मिसाइल परमाणु ऊर्जा से चलने वाली SSBN 726 ओहियो क्लास सबमरीन और यूके के वैनगार्ड-क्लास सबमरीन में रखा गया है। 3 स्टेज वाले इस बैलिस्टिक मिसाइल का रेंज 12000km है।
18000km रेंज वाली इस मिसाइल को कोल्ड वार के समय सोवियत संघ ने बनाया था। यह तीन परमाणु हथियार ले जा सकता है। इन्हें अलग-अलग जगह गिरा सकते हैं। इसका वजन 208100kg है।
यह रूस का ICBM है। रेंज 11000km है। मिसाइल का मूल डिजाइन R-36 जैसा है। इसे अत्याधुनिक तकनीक और अधिक शक्तिशाली मोटर्स से अपडेट किया गया है।
अग्नि-V भारत का ICBM है। रेंज 5000km है। इस मिसाइल में ठोस ईंधन वाले इंजन लगे हैं। इसमें एक साथ कई परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता है, जिससे अलग-अलग जगह गिराया जा सकता है।
DF-41 चीन का सबसे घातक ICBM है। रेंज 14,000 किलोमीटर से अधिक है। यह 20 से 20km के भीतर यूरोप, रूस और अमेरिका के सभी क्षेत्रों को टारगेट कर सकती है। 10 परमाणु वारहेड ले जा सकता है।
पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। इसका इस्तेमाल फ्रांसीसी नौसेना करती है। रेंज 10000km से अधिक है।
टॉमहॉक लैंड असॉल्ट मिसाइल सबसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसे अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत, सबमरीन और यूके रॉयल नेवी की पनडुब्बियों से लॉन्च किया जाता है।
Jericho III इजरायली मिसाइल है। रेंज 6,500km है। इसका पेलोड 1,000-1,300kg है। यह 750kg का परमाणु वारहेड ले जा सकता है। एक टन के वारहेड के साथ रेंज 11,500km है।
JL-2 चीनी बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे पनडुब्बी से लॉन्च किया जाता है। इससे परमाणु हमला किया जा सकता है। रेंज 7400 से 8000 किलोमीटर तक है।