व्हाइट हाउस को बनाने का काम अक्टूबर, 1792 में शुरू हुआ। वहीं, ये 8 साल बाद 1800 में पूरी तरह बनकर तैयार हुआ।
अमेरिका के राष्ट्रपति का सरकारी आवास 55 हजार स्क्वेयर फीट में फैला है। इस बिल्डिंग में 6 मंजिलें हैं।
आयरिश आर्किटेक्ट जेम्स होबन ने व्हाइट हाउस की डिजाइन तैयार की थी। उस जमाने में इसे बनाने में 3300 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।
व्हाइट हाउस में कुल 412 दरवाजे, 147 खिड़कियां, 28 फायरप्लेस, 8 सीढ़ियां और 3 लिफ्ट लगी हैं। इतना ही नहीं, इसमें 132 कमरे और 35 बाथरूम हैं।
व्हाइट हाउस में एक अंडरग्राउंड स्विमिंग पूल भी है, जो प्रेस रूम के नीचे बना है। इसके अलावा यहां मूवी थिएटर, जॉगिंग ट्रैक भी हैं।
व्हाइट हाउस कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके बाहरी हिस्से की पुताई करने में ही 570 गैलन पेंट की जरूरत पड़ती है।
व्हाइट हाउस बनने के 14 साल बाद यानी 1814 में युद्ध के दौरान ब्रिटिश सैनिकों ने इसे जला दिया था। इससे इंटीरियर-एक्सटीरियर को भारी नुकसान पहुंचा था। बाद में इसकी मरम्मत की गई।
इतिहास में व्हाइट हाउस को 'प्रेसिडेंट पैलेस', 'प्रेसिडेंट हाउस' और एग्जीक्यूटिव मेंशन' के नाम से जाना जाता रहा है। राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने 1901 में इसे व्हाइट हाउस नाम दिया।
अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन कभी व्हाइट हाउस में नहीं रहे। इसमें रहने वाले पहले राष्ट्रपति जॉन एडम्स और उनकी पत्नी अबिगैल बने थे।
कहा जाता है कि व्हाइट हाउस में आज भी अब्राहम लिंकन का भूत दिखता है। पिछले कुछ सालों में यहां के स्टाफ को उनका साया नजर आ चुका है।