सार

कोरोना वायरस की महामारी फैलने की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लगा हुआ है। इससे बिजनेस पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। खासकर, सब्जियां और फल उगाने वाले किसनों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि ये चीजें बहुत जल्दी खराब हो जाती हैं।
 

हटके डेस्क। कोरोना वायरस की महामारी फैलने की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लगा हुआ है। इससे बिजनेस पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। खासकर, सब्जियां और फल उगाने वाले किसनों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि ये चीजें बहुत जल्दी खराब हो जाती हैं। हाल ही में मलेशिया के पहांग के एक किसान ने खराब होने के डर से 1 हजार किलो खीरे फ्री में लोगों को बांट दिए। बता दें कि मलोशिया मे कोरोना की वजह से मूवमेंट कंट्रोल ऑर्डर लगा हुआ है। यह ऑर्डर लॉकडाउन जैसा ही है। 

किसान ने उपजाए थे 3 टन खीरे
पहांग के 60 साल के एक किसान ने 3 टन (3 हजार किलो) खीरे उपजाए थे। इसमें से 2 टन खीरे उसने बेच दिए थे, तभी देश में मूवमेंट कंट्रोल ऑर्डर (MCO) लग गया। अब बाकी बचे खीरे को बाहर ले जा कर बेच पाना मुश्किल था। ट्रांसपोर्टेशन की दिक्कत थी। इससे किसान को हर हाल में नुकसान होना ही था। खीरे को ज्यादा समय तक रखा नहीं जा सकता था। खीरे सड़ जाते। 

गरीबों को बांटने का लिया फैसला
खीरों को बर्बाद होने से बचाने के लिए किसान ने उन्हें गरीबों के बीच बांटने का फैसला लिया। पहांग के इस किसान ने इसकी जानकारी आसपास रहने वाले लोगों तक पहुंचा दी कि जो खीरे ले जाना चाहता हो, फ्री में ले सकता है। उसने खेत में एक टेंट लगा कर खीरे रख दिए। आखिर खीरे रखे-रखे सड़ ही जाते। इससे बेहतर था गरीब लोग उनका इस्तेमाल कर लेते।

परचून की दुकानों में भी रख दिए खीरे
किसान ने आसपास के इलाके की परचून की दुकानों में भी खीरे रखवा दिए, ताकि गरीब लोग वहां से मुफ्त उन्हें ले जा सकें। उसने दुकानदारों को कह दिया कि जो भी खीरे लेने आए, उसे ये मुफ्त में देने हैं। अब लोग उस किसान के फार्म से खीरे तो ले ही सकते थे और जो वहां तक नहीं आ सकते थे, वे अपने इलाके की दुकान से मुफ्त में खीरे ले जा सकते थे। किसान के इस काम की लोग काफी प्रशंसा कर रहे हैं। लॉकडाउन में सभी लोगों को हर चीज की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।