सार

इंटरनेट पर फेक तस्वीरें वायरल करके यूजर्स को प्रभावित(Influence) करने का फंडा बड़े-बड़े धुरंधर भी आजमाते हैं। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी ऐसी ही एक तस्वीर के कारण ट्रोल हो रहे हैं। जानिए क्या है आखिर इस तस्वीरें में...

वर्ल्ड न्यूज. पाकिस्तान के पूर्व वजीरे आजम इमरान खान(Former Prime Minister of Pakistan Imran Khan) सत्ता जाने के बाद से लगातार विवादों में हैं। किसी ने किसी मुद्दे पर वे लगातार सोशल मीडिया पर ट्रोल होते आ रहे हैं। इस बार एक ऐतिहासिक तस्वीर शेयर करने के बाद उनकी फजीहत हो रही है। इमरान खान ने 1930 के गोलमेज सम्मेलन(1930 Round Table Conference) की एक तस्वीर tweet की है। जानिए क्या है इस तस्वीर में...

रिश्तेदारों का गुणगान पड़ रहा महंगा
इमरान खान ने गोलमेज सम्मेलन(1930 Round Table Conference) की एक तस्वीर tweet करते हुए दावा किया इसमें उनके रिश्तेदार भी मौजूद थे। लेकिन जैसे ही ये तस्वीर सामने आई, सोशल मीडिया यूजर्स और टिप्पणीकार(commentators) पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान को सच को गलत तरीके से प्रस्तुत करने के लिए ट्रोल कर रहे हैं इमरान खान ने रविवार शाम को सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट की थी, जिसके कैप्शन में लिखा था: "ऐतिहासिक गोलमेज सम्मेलन लंदन 1930, जिसमें कायदे-आजम (मोहम्मद अली जिन्ना) और अल्लामा इकबाल दोनों मौजूद थे।"

pic.twitter.com/n2SlR5XUbO

इमरान खान ने आगे लिखा-"तस्वीर मेरे परिवार का गौरव है, क्योंकि मेरे दादा के भाई मोहम्मद जमान खान (जिनके नाम पर लाहौर स्थित जमान पार्क-Zaman Park का नाम रखा गया था) और मेरे खालू(फूफा) जहांगीर खान भी मौजूद थे (बाएं से दूसरे और तीसरे)।" यानी इमरान खान के ये दो रिश्तेदार गोलमेज सम्मेलन में हमेशा मौजूद थे।

यूके के मुक्त विश्वविद्यालय(UK’s Open University) की वेबसाइट पर उपलब्ध सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों की सूची इस बात की पुष्टि करती है। इसे ही लेकर फैक्ट चेक करने वालों ने कुछ और भ्रम पैदा किया है। लोगों ने माना कि यह तस्वीर गलत तरीके से प्रस्तुत की गई है। इसकी दो कारणों से पुष्टि होती है- इमरान के मामा और इमरान के खालू-1930 और 1934 के बीच लंदन में किसी समय उपस्थित थे। वे एक डिनर का हिस्सा बने थे, जिसमें मुहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा इकबाल भी उपस्थित थे। यह तस्वीर तभी की हो सकती है या कुछ अन्य आयोजन होगा।

कहा गया कि इमरान के नाना अहमद हसन खान की तीन बेटियाँ थीं: इकबाल बानो, मुबारक खानम और शौकत खानम। बानो ने जनरल वाजिद अली बुर्की से शादी की, जबकि मुबारक ने जहांगीर खान से शादी की, जो एक क्रिकेटर थे। जहांगीर खान ब्रिटिश राज के दौरान भारत के लिए खेले। उन्हें एक घटना के लिए याद किया जाता है, जब लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में एक मैच के दौरान उनकी गेंद से एक चिड़िया की मौत हो गई थी। 

बता दें कि यह बात 1936 की है। इंग्लैंड के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के बीच एक क्रिकेट मैच खेला जा रहा था। तब भारत के जहांगीर खान कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के लिए खेल रहे थे। जब जहांगीर ने बॉल फेंकी, तो एक गौरेया उसकी चपेट में आ गई और मर गई। इसके बाद उस गौरैया को उसी गेंद के साथ लॉर्ड्स के म्यूजियम में रख दिया गया। बाद में उसे स्पैरो ऑफ लॉर्ड्स(sparrow of lords) नाम दिया गया।

तर्क यह दिया जा रहा है
गोलमेज सम्मेलन में यूके के ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा प्रतिनिधियों की सूची में किसी भी मोहम्मद जमान खान की उपस्थिति या इस नाम के किसी भी बदलाव का उल्लेख नहीं है। इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं है कि इनमें से किसी भी सज्जन को कभी भी RTC का हिस्सा नहीं बनाया गया। यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान ने इस तरह की गलत जानकारी के साथ यह तस्वीर शेयर की है। इससे पहले, उन्होंने 2018 में स्वतंत्रता दिवस पर तस्वीर शेयर की थी, जिसमें उल्लेख किया गया था कि मोहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा इकबाल उनके रिश्तेदारों के बगल में बैठे थे।

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