सार
साल 2011 में जापान के फुकुशिमा में शक्तिशाली भूकंप आया था, जिससे वहां स्थित परमाणु संयंत्र को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा था।
टोक्यो। जापान (Japan) के होंशू के पास सोमवार की शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल (richter scale) पर 6.5 रही। हालांकि, जानमाल को कोई नुकसान नहीं होने की सूचना की है। भूकंप होंशू (Honshu) के दक्षिणपूर्व में शाम करीब छह बजकर दस मिनट पर महसूस किए गए।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Centre for Seismology) के मुतबिक होंशू में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.5 रही। जबकि एक महीने पहले भी रयूकू द्वीप पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। रयूकू में आए भूकंप का केंद्र जापान के मियाको द्वीप के हिरारा शहर से 115 मील दूर प्रशांत महासागर में था। स्थानीय समयानुसार ये भूकंप 11.45 बजे आया था और इसकी गहराई छह मील थी।
राजधानी क्षेत्र में भी पिछले महीने आया था भूकंप
जापान की राजधानी टोक्यो और उसके आसपास के इलाके में भी पिछले महीना 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप के इन तगड़े झटकों ने इमारतों को हिलाकर रख दिया था और स्थानीय लोगों को उनके फोन के जरिए चेतावनी दी गई थी ताकि वो सुरक्षित स्थान पर जाकर छिप सकें। उस समय एहतियात बरतते हुए कुछ बुलेट और लोकल ट्रेन सेवाओं को रोक दिया गया था।
कोई खास असर नहीं
भूकंप के झटकों का कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिला। इस दौरान स्थानीय परमाणु संयंत्रों की भी जांच की गई थी। लेकिन किसी प्रकार की असमान्यताओं की कोई रिपोर्ट नहीं मिली।
जापान में भूकंप आना सामान्य बात
जापान में आए दिन भूकंप आते रहते हैं। जापान, प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर पर स्थित है। ये तीव्र भूकंपीय गतिविधि का एक आर्क है, जो दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैला हुआ है। 6 तीव्रता वाले भूकंप में ये आम बात है।
2011 में आया था यहां शक्तिशाली भूकंप
साल 2011 में जापान के फुकुशिमा में शक्तिशाली भूकंप आया था, जिससे वहां स्थित परमाणु संयंत्र को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा था। 11 मार्च, 2011 आए भूकंप के बाद समुद्र में उठी विनाशकारी सूनामी लहरों की चपेट में फुकुशिमा परमाणु संयंत्र भी आ गया था।
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