सार

भारत के विदेश मंत्री (Foreign Minister) एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिका के उस सवाल का सटीक जवाब दिया है, जिसमें अमेरिका भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर प्रश्न चिन्ह खड़े करता है। विदेश मंत्री ने कहा कि हमें अपनी जरूरत पता है। 

नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में भारतीयों को संबोधित करते हुए अमेरिका को दो टूक जवाब दिया है। विदेश मंत्री ने कहा कि मेरे देश के लोगों की प्रति व्यक्ति आय 2000 डॉलर है और वे लोग महंगा तेल खरीदना अफोर्ड नहीं कर सकते। इसलिए हमारा यह कर्तव्य है कि हम अपने देश के लोगों के लिए बेस्ट डील करें। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया के और देश भी अपने देश के लोगों का हित देखते हैं और उसी के अनुसार फैसले करते हैं। 

रूस से कच्चा तेल क्यों खरीद रहा भारत
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। हालांकि अमेरिकी दबाव के बावजूद रूस से भारत कम दाम पर कच्चा तेल खरीद रहा है। इसे लेकर अमेरिका व यूरोपीय देश अक्सर सवाल खड़े करते हैं। विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने बयान से इन सवालों का सटीक जवाब दिया है। जयशंकर ने कहा कि वे किसी दबाव में नहीं बल्कि देश के लोगों के बेस्ट इंट्रेस्ट को देखकर रूस से कच्चे तेल का आयात कर रहे हैं। जयशंकर ने कहा कि उनके लोगों की प्रति व्यक्ति आय इतनी नहीं है कि वे महंगा तेल अफोर्ड कर सकें। मेरा नैतिक कर्तव्य है कि मैं अपने देश के लोगों के लिए बेस्ट डील कर सकूं। 

 

तेल-गैस की कीमतें आसमान पर
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इस समय तेल की कीमतें बहुत अधिक हैं। केवल तेल ही नहीं गैस की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। एशिया को सप्लाई करने वाले सारे सप्लायर्स यूरोप का रूख कर रहे हैं क्योंकि यूरोप, रूस से कम गैस व तेल खरीद रहा है। यूरोप इस वक्त मीडिल ईस्ट से ज्यादा तेल खरीद रहा है। आज बिल्कुल यही हालात हैं इसलिए हम अपने देश के लिए बेस्ट डील की कोशिश कर रहे हैं। हर देश अपने नागरिकों के लिए ऐसा कर रहा है तो हम क्यों नहीं। जयशंकर ने कहा कि भारत रक्षात्मक होकर ऐसा नहीं कर रहा बल्कि हम अपने हितों के प्रति स्पष्ट नीति रखते हैं। 

बैंकॉक पहुंचे हैं विदेश मंत्री
भारत-थाइलैंड के बीच राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर विदेश मंत्री मंगलवार को बैंकॉक पहुंचे हैं। यहां उन्होंने 9वें भारत-थाइलैंड ज्वाइंट कमिशन के कार्यक्रम में हिस्सा लिया और लोगों को संबोधित किया। जयशंकर ने कहा कि जब आप ईमानदारी से चीजें क्लीयर कर देते हैं लोग उसे स्वीकार करते हैं। अमेरिका सहित कई देश भारत की स्थिति को समझते हैं। हमने इस फैसले का काफी बचाव भी किया क्योंकि हमारा देश के लोगों के प्रति कुछ दायित्व है। 

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