सार
भारतीय मूल की प्रीति पटेल को ब्रिटेन की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गृहमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। वे कंजरवेटिव पार्टी की नेता प्रीति पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें इस पद की जिम्मेदारी मिली हैं। इससे पहले पाकिस्तान मूल के साजिद जाविद को वित्तमंत्री बनाया गया था।
लंदन. भारतीय मूल की प्रीति पटेल को ब्रिटेन की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गृहमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। वे कंजरवेटिव पार्टी की नेता प्रीति पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें इस पद की जिम्मेदारी मिली हैं। इससे पहले पाकिस्तान मूल के साजिद जाविद को वित्तमंत्री बनाया गया था। प्रीति ने गृहमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद कहा कि उनकी पहली कोशिश देश की सुरक्षा करना होगा। बीते दिनों हुईं हिंसा पर रोक लगाने की कोशिश करेंगे। फिलहाल कुछ चुनौतियां जरूर है, उनसे निपटा जाएगा। इससे पहले बोरिस जॉनसन को पीएम बनाने के लिए बोरिस कैंपन का प्रमुख हिस्सा प्रीति रहीं थीं। जिसके बाद उन्हें गृहमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा था।
चला चुकी हैं वोट लीव कैंपेन
प्रीति यूरोपिय यूनियन से ब्रिटेन को अलग करने की मांग की समर्थक रह चुकी हैं। उन्होंने 2016 में वोट लीव कैंपेन भी चलाया था। इससे पहले साल प्रीति उस समय चर्चा में आईं थी, जब उन्हें 2010 में एसेक्स के विथेम से कंजरवेटिव का सांसद चुना गया था। डेविड कैमरॉन की सरकार में उन्हें अहम जिम्मेदारी मिली थी। साल 2014 में उन्हें ट्रेजरी मिनिस्टर बनाया गया तो वहीं 2015 में एम्प्लॉयमेंट मिनिस्टर की जिम्मेदारी दी गई। 2016 में उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया। जिसके बाद उनसे 2017 में इस्तीफा ले लिया गया।
भारत को खास उम्मीद
प्रीति को भारत के समर्थक के नेता के तौर पर देखा जाता है। उम्मीद है कि प्रीति भागोड़े आर्थिक अपराधियों पर शिंकजा कसने में भारत का सहयोग करेंगी। अब उनके गृहमंत्री बनने के बाद नीरव मोदी और विजय माल्या केस में आसानी मिलने की उम्मीद है।
मोदी की प्रशंसक हैं प्रीति
प्रीति को प्रधानमंत्री मोदी का प्रशंसक माना जाता है। वो कई मौके पर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर चुकी हैं। 47 साल की प्रीति का परिवार गुजरात से ही है। उनके माता पिता युगांडा चले गए थे। प्रीति पटेल का जन्म 29 मार्च 1972 को इंग्लैंड के लंदन में हुआ। 15 जुलाई 2014 को ब्रिटेन की राजकोष सचिव नियुक्त की गई। साल 2010 में कंजरवेटिव पार्टी से सांसद बनी थीं।