सार

कनाडाई निजी इक्विटी फर्म एथिकल कैपिटल पार्टनर्स ने तीन महीने पहले पोर्नहब की मूल कंपनी माइंडगीक को खरीद लिया। जिससे YouPorn सहित अन्य साइटों का का ग्रुप कंपनी के कंट्रोल में आ गया है।

 

Pornhub. कनाडा की प्राइवेट इक्विटी फर्म ने पोर्नहब कंपनी की माइंडगीक को खरीद लिया है। इसके बाद इस फर्म के अंडर में यू पोर्न सहित कई वेबसाइट्स आ गई हैं। पोर्नहब के नए मालिक ने मीडिया को बताया कि सरकारों को चाहिए कि वे पोर्न वेबसाइटों पर कार्रवाई बंद कर दें। इसके बजाय किसी भी तरह की यौन अभिव्यक्ति पर गर्व करना चाहिए। प्रयास यह भी हो कि पोर्न को सामान्य बनाया और उबाऊ बनाना चाहिए।

कानूनी पचड़े में फंसा पोर्नहब का अधिग्रहण

रिपोर्ट्स के अनुसार पोर्नहब का अधिग्रहण कानूनी परेशानियों को भी लेकर आया है। मई में यूजर्स की एज को प्रमाणित करने का आदेश जारी हुआ, जिसके बाद इसे अमेरिकन स्टेट से हटा दिया गया। ऐसा ही कुछ फ्रांस में 2020 में हुआ था, जब आयु सत्यापन कानून को लागू करने के लिए वेबसाइट मालिकों और अथॉरिटी के बीच कई महीने तक बातचीत हुई। इसके बाद लागू किया गया। माइंडगीक की बात करें तो इसकी दो साइटों पर एज सर्टिफिकेशन लागू नहीं किया गया है, जिसकी वजह से इस पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है।

क्या कहते हैं वेवसाइट्स के मालिक

ईसीपी के संस्थापक सोलोमन फ्रीडमैन ने एएफपी के साथ इंटरव्यू में कहा कि हम अपनी वेबसाइटों पर किसी भी तरह का कम उम्र के यूजर्स नहीं चाहते हैं। लेकिन उन्होंने इस विचार को खारिज कर दिया कि इसकी जिम्मेदारी सिर्फ वेबसाइटों पर डाली जानी चाहिए। इसके बजाय ऑपरेटिंग सिस्टम को ही समाधान खोजने के लिए कहा जाना चाहिए, ताकि कम उम्र के लोग इन वेबसाइट्स तक न पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि हम आयु सत्यापन का समर्थन करते हैं। इससे बच्चों को बचाया जा सकता है और पर्सनल डाटा को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए।

ब्राउजर पर ही हो आयु का सत्यापन

सोलोमन फ्रीडमैन ने जोर देकर कहा कि आयु सत्यापन का समाधान डिवाइस या ब्राउजर आधारित होना चाहिए। गूगल और एप्पल इसे बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। माइंडगीक 2020 में तब विवादों में आ गया जब न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह आरोप प्रकाशित किया कि उसकी साइटें नाबालिगों से जुड़े बलात्कार और सेक्स को दर्शाने वाली सामग्री परोस रही हैं। इस खबर की वजह से कई देशों के नियामकों पर भारी दबाव पड़ा। वीजा और मास्टरकार्ड ने भुगतान जारी करना भी बंद कर दिया। मालिकों के सामने फर्म बेचने तक की नौबत आ गई।

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