QUAD समिट में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) दो दिवसीय यात्रा( 23-24 मई) पर जापान में हैं।  मोदी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर इस यात्रा पर पहुंचे हैं। इस दौरान मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा टोक्यो में क्वाड लीडर्स समिट के लिए एक साथ इकट्ठा हुए।

टोक्यो. जापान में आयोजित क्वाड(QUAD) सम्मेलन में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन का दखल रोकने, कोरोना संकट के बाद अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करने और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बता दें कि QUAD समिट में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) दो दिवसीय यात्रा( 23-24 मई) पर जापान में हैं। मोदी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर इस यात्रा पर पहुंचे हैं। इस दौरान मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा टोक्यो में क्वाड लीडर्स समिट के लिए एक साथ इकट्ठा हुए। इस मौके पर मोदी ने कहा कि QUAD की कामयाबी के पीछे सभी सहयोगी देशो की निष्ठा मौजूद है। मोदी ने कोरोना काल में वैक्सीन में एक-दूसरे देशों की मदद को लेकर किए गए प्रयासों की जानकारी दी। मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति-सुरक्षा को पहली प्राथमिकता बताया। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दो टूक कहा कि चीन एक चुनौती है। बाइडेन ने कहा कि चीन लगातार चुनौती पेश कर रहा है। अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वो युद्ध खत्म करने का मन नहीं रखता।

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जानिए किसने क्या कहा
"कोविड19 की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने वैक्सीन वितरण, जलवायु कार्रवाई, आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन, आपदा में प्रतिक्रिया, आर्थिक सहयोग जैसे कई क्षेत्रों में आपसी समन्वय बढ़ाया है। इसने इंडो-पैसिफिक में शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित हो रही है। इतने कम समय में 'क्वाड' समूह ने विश्वव स्तर पर एक महत्तवपूर्ण स्थान बना लिया है। आज 'क्वाड' का दायरा व्यापक हो गया है और स्वरूप प्रभावी हो गया है। हमारा आपसी विश्वास, दृढ़ संकल्प लोकतांत्रिक शक्तियों को नई ऊर्जा और उत्साह दे रहा है। 'क्वाड' के स्तर पर हमारे आपसी सहयोग से एक फ्री, ओपन और समावेशी 'इंडो पैसिफिक क्षेत्र' को प्रोत्साहन मिल रहा है। जो हम सभी का साझा उद्देश्य है।" नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री

"इंडो पैसिफिक में अमेरिका एक मजबूत, स्थिर और स्थायी साझेदार होगा। हम हिंद-प्रशांत की शक्तियां हैं। जब तक रूस युद्ध जारी रखता है, हम भागीदार बने रहेंगे और वैश्विक प्रतिक्रिया का नेतृत्व करेंगे। हम साझा मूल्यों और हमारे पास मौजूद विजन के लिए हम एक साथ हैं। क्वाड के पास आगे बहुत काम है। इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर रखने, इस महामारी से निपटने और इसके बाद जलवायु संकट को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत काम है।" अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन 

"मेरी सरकार आपके देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई ऑस्ट्रेलियाई सरकार आर्थिक, साइबर, ऊर्जा, स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने और अधिक लचीला इंडो पैसिफिक क्षेत्र के निर्माण को प्राथमिकता देती है।" ऑस्ट्रेलिया के PM एंथनी अल्बनीज

"यूक्रेन पर रूस का आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों को पूरी तरह से चुनौती देता है। हमें आसियान, दक्षिण एशिया के साथ-साथ प्रशांत द्वीप देशों की आवाज को ध्यान से सुनना चाहिए,ताकि सहयोग को आगे बढ़ाया जा सके, जो तत्काल मुद्दों को हल करने के लिए अनुकूल हो (इंडो प्रशांत क्षेत्र के लिए)।" जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा

ये QUAD है क्या
QUAD मतलब क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग(quadrilateral security dialog-चतुर्भुज सुरक्षा संवाद)। इसमें जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के बीच एक बहुपक्षीय समझौता हुआ है। यह इंडो-पैसिफिक स्तर पर सक्रिय है। इसका मकसद समुद्री रास्तों से व्यापार आसान बनाना और सैनिक बेस को मजबूत करना है। इसका मकसद सैन्य शक्ति का संतुलन है।

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