सार
Advisoray for Indians in Ukraine : यूक्रेन की राजधानी में फंसे भारतीयों के लिए संकट बढ़ता जा रहा है। उन्हें कहा गया है कि तुरंत कीव छोड़ दें। दो देशों के बीच हो रहे युद्ध के बीच भारत ने कहा कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच शत्रुता पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह एक बड़े संकट में बदल जाएगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vlidimir putin) ने आज सुबह रूसी विशेष बलों को पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में जाने का आदेश दिया, जिसे रूस ने औपचारिक रूप से स्वतंत्र राष्ट्रों के रूप में मान्यता दी है।
नई दिल्ली। यूक्रेन पर आक्रमण के छठवें दिन भी रूस के हमले रुके नहीं हैं। इस बीच वहां फंसे भारतीयों को लाने के लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही है। मंगलवार को एयरफोर्स को इस मिशन में शामिल करने पर विचार हुआ। उधर, यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी हुई है, जिसमें उन्हें आज ही हर हाल में कीव छोड़ने को कहा गया है। यूक्रेन के भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया है कि ट्रेन, या जो भी यातायात का साधन मिले उसे पकड़कर लोग कीव से आज ही निकल जाएं।
भारत ने कहा- युद्ध पर अंकुश नहीं लगा तो गंभीर होगी स्थिति
दो देशों के बीच हो रहे युद्ध के बीच भारत ने कहा कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच शत्रुता पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह एक बड़े संकट में बदल जाएगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vlidimir putin) ने आज सुबह रूसी विशेष बलों को पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में जाने का आदेश दिया, जिसे रूस ने औपचारिक रूप से स्वतंत्र राष्ट्रों के रूप में मान्यता दी है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा- जो स्थिति है, उससे बड़ा संकट दिखाई दे रहा है। अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला गया, तो यह क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर कर सकता है।
कीव की तरफ तेजी से बढ़ रही रूसी सेना
खबरों के मुताबिक रूसी सेना तेजी से कीव की तरफ बढ़ रही है। कीव पर कब्जे के लिए रूस ने 40 मील (64 किलोमीटर) लंबा काफिला भेजा है। इसे रूस की सबसे बड़ी फौज की टुकड़ी बताया जा रहा है। इससे पहले कीव पर कब्जे की कोशिशें असफल हो गई थीं। कीव की सड़कों पर यूक्रेन के नागरिक हथियारों के साथ खड़े हैं। वे रूस की सेना से मोर्चा लेने को तैयार हैं। पूर्वी यूक्रेन में रूसी विशेष अभियानों के बारे में पुतिन की घोषणा के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव और पूर्वी बंदरगाह शहर मारियुपोल में आधी रात के बाद विस्फोटों की आवाज सुनी गई। दोनों शहरों में लोगों ने शक्तिशाली विस्फोटों को सुना और सीमावर्ती और रूसी सीमा के करीब मारियुपोल में, निवासियों ने शहर के पूर्वी उपनगरों में तोपखाने की आवाज सुनी।