सार

Indian Students stranded in Ukraine : यूक्रेन के फंसे भारतीय मूल के छात्रों को निकालने के लिए मोदी सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया है। 6 फ्लाइट्स से करीब 1500 लोगों को निकाला जा चुका है। सरकार का मानना है कि यूक्रेन में 16 हजार लोग फंसे हैं। उन्हें निकालने के लिए चार मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है। 
 

नई दिल्ली। भारत सरकार 'ऑपरेशन गंगा' (Operation Ganga) के तहत यूक्रेन में फंसे छात्रों को पड़ोसी देशों के जरिये निकाल रही है। अब तक छह स्पेशल फ्लाइट यूक्रेन के छात्रों को अलग-अलग देशों से लेकर आ चुकी हैं। यूक्रेन से निकलने के लिए वहां फंसे छात्र घंटों पैदल चलकर बुखारेस्ट, पोलैंड और हंगरी की सीमाओं तक पहुंच रहे हैं। हालांकि, ये यूक्रेन से निकलकर खुश हैं। यूक्रेन - रोमानिया के बॉर्डर पर मेडिकल स्टूडेंट्स की काफी भीड़ है।

चारों तरफ आती धमाकों और मशीनगन की फायिरंग की आवाज से सहमे मेडिकल छात्र किसी तरह रोमानिया पहुंच रहे हैं। पिछले दो दिनों से यूक्रेन की सीमा पर इंतजार कर बेहाल हो चुकीं प्रणेता आखिरकार रोमानिया पहुंच गईं। उन्होंने बताया कि दो दिनों तक मैंने यूक्रेन की सीमा पर इंतजार किया, लेकिन आज बॉर्डर पार पहुंची तो बहुत अच्छा महसूस हुआ। प्रणेता ने बताया कि हमें खाना, रहने की जगह और कंबल भी दिए गए। प्रणेता ने रोमानियाई दूतावास के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि हम उनकी वजह से ही कठिनाइयों से निकल सके हैं। इससे पहले बुखारेस्ट से आई फ्लाइट के एक छात्र ने बताया कि भारतीय दूतावास ने बुखारेस्ट में काफी मदद की। रोमानिया पहुंचने के बाद से लेकर भारत पहुंचने तक सरकार ने उनका हर तरह से ख्याल रखा। सोशल मीडिया पर भी यूक्रेन बॉर्डर से तमाम तस्वीरें आ रही हैं। यूजर्स का कहना है कि सरकार है जो अपने छात्रों को लाने के लिए पूरी मेहनत कर रही है। 

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ऑपरेशन गंगा में लगाई मंत्रियों की जिम्मेदारी
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों (Indian Students in ukraine) को लाने के मिशन पर मोदी सरकार (Modi government) तेजी से काम कर रही है। छात्रों और फंसे हुए भारतीयों की निकासी के लिए चार मंत्रियों को यूक्रेन के बॉर्डर तक भेजने का प्लान बना है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह निकासी मिशन में कोऑर्डिनेशन और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के बॉर्डर तक जाएंगे। ये मंत्री भारत के विशेष दूत के तौर पर वहां जाएंगे। सिंधिया रोमानिया और माल्डोवा से छात्रों को निकालने का काम देखेंगे, जबकि रिजिजू स्लोवाकिया जाएंगे। हरदीप पुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड से छात्रों की निकासी सुनिश्चित करेंगे।  

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