सार
ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच अमेरिका बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी काम करेगी। कंपनी का कहना है कि उन्हें पहले से ही आशंका था कि कोरोना का नया स्ट्रेन आ सकता है , इसलिए पहले से ही वैक्सीन को उसी के हिसाब से तैयार किया गया था।
नई दिल्ली. ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच अमेरिका बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी काम करेगी। कंपनी का कहना है कि उन्हें पहले से ही आशंका था कि कोरोना का नया स्ट्रेन आ सकता है , इसलिए पहले से ही वैक्सीन को उसी के हिसाब से तैयार किया गया था।
बायोटेक ने भी कहा- हमारी वैक्सीन भी कारगर
बायोटेक के सीईओ उगुर साहिन ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया। उन्होंने कहा कि फाइजर के साथ बनाई गई उनकी वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी कारगर साबित होगी। वैज्ञानिक रूप से देखें तो इसकी संभावना ज्यादा है कि ये वैक्सीन नए वायरस वेरिएंट से भी निपट सकती है।
उगुर साहिन ने कहा, कोरोना के नए वैरिएंट को B117 के नाम से जाना जाता है। यह मौजूदा स्ट्रेन की तुलना में 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक है। हालांकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह अधिक गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है। ऐसे में देखा जाए तो बायोटेक और मॉडर्न दोनों का दावा है कि उनकी वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन को रोकने के लिए काफी हैं।
कैसे बना ये नया स्ट्रेन
वायरस में लगातार म्यूटेशन होता रहता है। यानी वायरस हमेशा अपना रूप बदलते रहते हैं। इसी वजह से वायरस के व्यवहार में आ रहे बदलाव पर वैज्ञानिक कड़ी नजर रखते हैं। म्यूटेशन होने से वायरस के ज्यादातर वेरिएंट तो खुद ही खत्म हो जाते हैं। लेकिन कई बार कई वेरियंट पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक हो जाता है।
कितना खतरनाक है ये स्ट्रेन ?
ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, यह स्ट्रेन पहले के वायरस की तुलना में अधिक संक्रमण फैलाता है। अनुमान है कि यह पहले से 70% ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि, अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है कि नया वेरिएंट बीमारी का कारण बनता है। ब्रिटेन की सरकार ने वायरस के नए प्रकार के नियत्रंण से बाहर होने की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा कड़े प्रतिबंधों का भी ऐलान किया है।