इस बार जन्माष्टमी (Janmashtami 2021) पर रोहिणी नक्षत्र के साथ ही वृष राशि का चंद्रमा भी रहेगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। इस दिन देश के सभी कृष्ण मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
पूरे देश में आज श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम है। हालांकि, कोरोना वायरस को देखते हुए मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भी प्रतिबंध है। मथुरा में संभवता पहली बार भक्त जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण के दर्शन नहीं कर सके। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जन्माष्टमी पर शुभकामनाएं दीं।
Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये पर्व 19 अगस्त, शुक्रवार को है। हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ये पर्व बड़े ही धूम-धाम से पूरे देश में मनाया जाता है।
भगवान कृष्ण कभी भी किसी रिश्ते को निभाने में विफल नहीं रहें। खास कर प्यार का रिश्ता। राधा से मोहब्बत करना हो या फिर रुक्मिणी और सत्यभामा का पति बनकर उनका ख्याल रखना। हर रिश्ते को उन्होंने ईमानदारी से निभाया।
इस बार 30 अगस्त, सोमवार को जन्माष्टमी (Janmashtami 2021) मनाई जाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार ये पर्व बहुत ही खास रहेगा क्योंकि कई सालों बाद स्मार्त और वैष्णव ये पर्व एक ही दिन मनाएंगे, हालांकि ऐसा बहुत कम देखने में आता है।
भगवान श्रीकृष्ण को विष्णु का पूर्ण अवतार कहा जाता है। साथ ही ये भी कहा जाता है कि वे 16 कलाओं से युक्त थे। जन्माष्टमी (Janmashtami) के अवसर पर हम आपको श्रीकृष्ण के योद्धा रूप से परिचित करवा रहे है