सार

साल 2021 का सातवां महीना जुलाई शुरू हो चुका है। इस महीने में देवशयनी एकादशी होने से मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी। इसके बाद नवंबर में देवउठनी एकादशी के बाद ही शुभ कार्य हो सकेंगे। जुलाई में 6 दिन विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद 14 नवंबर से शादियां शुरू हो पाएंगी।

उज्जैन. साल 2021 का सातवां महीना जुलाई शुरू हो चुका है। इस महीने में देवशयनी एकादशी होने से मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी। इसके बाद नवंबर में देवउठनी एकादशी के बाद ही शुभ कार्य हो सकेंगे। जुलाई में 6 दिन विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद 14 नवंबर से शादियां शुरू हो पाएंगी।

चातुर्मास के कारण विवाह मुहूर्त नहीं
20 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू हो जाएगा। इन दिनों भगवान के सोने के कारण शादियों समेत कई शुभ कामों पर रोक लग जाएगी। फिर 15 नवंबर को कार्तिक महीने की एकादशी पर भगवान योग निद्रा से जाएंगे। इस दिन देव प्रबोधिनी एकादशी पर्व होने के साथ ही शादियों की शुरुआत हो जाएंगी।

जुलाई में अबूझ मुहूर्त समेत 6 दिन
जुलाई में 1, 2, 7, 13 और 15 जुलाई को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। इसी तरह 18 जुलाई को भड़ली नवमी का अबूझ लग्न है। यानी इन 6 मुहूर्त पर शादी की जा सकती है।

नवंबर में 7 और दिसंबर में 6 मुहूर्त
20 जुलाई को देवशयन के बाद अगला विवाह का मुहूर्त 15 नवंबर को रहेगा। नवंबर में देव प्रबोधिनी के अबूझ मुहूर्त को मिलाकर 7 और दिसंबर के शुरुआती 15 दिनों में 6 शुभ मुहूर्त रहेंगे। इस तरह साल के आखिरी दो महीनों में शादियों के लिए कुल 13 दिन मिलेंगे। 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में आ जाने से धनुर्मास शुरू हो जाएगा जो कि 14 जनवरी 2022 को खत्म होगा। इसलिए साल के आखिरी महीने में सिर्फ 6 दिन विवाह के मुहूर्त रहेंगे।

जुलाई - 1, 2, 7, 13, 15 और 18
नवंबर - 15, 16, 20, 21, 28, 29 व 30
दिसंबर - 1, 2, 6, 7, 11 व 13