सार
हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा तो की ही जाती है, इसके साथ ही लोग तुलसी की माला से जाप करने के साथ इसको भी धारण करते हैं। जिस तरह से तुलसी लगाने के फायदे हैं उसी तरह से तुलसी की माला पहनने के भी कई फायदे होते हैं।
उज्जैन. तुलसी आमतौर पर 2 तरह की होती है, श्यामा तुलसी और रामा तुलसी। दोनों ही तरह की तुलसी की माला मिल जाती हैं। दोनों ही मालाओं को पहनने के अलग-अलग लाभ होते हैं। आगे जानिए इससे जुड़ी खास बातें…
- श्यामा तुलसी के बीजों की बनी माला पहनने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और मन में सकारात्मकता बढ़ती है।
- रामा तुलसी की माला धारण करने से व्यक्ति में सात्विक भावनाएं जाग्रत होती हैं और उसके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है।
- तुलसी की माला धारण करने से शरीर में विद्युतशक्ति का प्रवाह बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर में रुकावट नहीं आती है।
- सफेद सूत के धागे में तुलसी की लकड़ी की माला बनाकर धारण करने से पीलिया रोग में लाभ मिलता है।
- तुलसी माला धारण करने से पहले उसे दूध और गंगाजल से धोकर मंदिर में रखना चाहिए। इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद इसे धारण करें।
- तुलसी माला पहनने के बाद लहसुन प्याज नहीं खाना चाहिए। तुलसी माला के साथ कभी भी रूद्राक्ष की माला नहीं पहननी चाहिए।
- तुलसी माला धारण करने वालो को किसी भी प्रकार से मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- तुलसी की माला पहनकर शौचालय नहीं जाना चाहिए। कभी भी गंदे हाथों से तुलसी की माला नहीं छूनी चाहिए।
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