सूर्य के मकर राशि में आने के बाद शुभ काम शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त होने के कारण शादियों के लिए मुहूर्त नहीं हैं। वसंत पंचमी पर ही सुबह सूर्योदय के साथ बृहस्पति उदय हो जाएगा। लेकिन इसी दिन शुक्र ग्रह अस्त हो जाएगा। इसलिए इन दिनों विवाह मुहूर्त नहीं हैं, फिर भी कुछ जगहों पर वसंत पंचमी के अबूझ मुहूर्त में शादियां होंगी।
उज्जैन. इस पूरे साल में शादी के 51 मुहूर्त हैं। जनवरी में गुरु और उसके बाद शुक्र ग्रह के अस्त हो जाने से अब विवाह मुहूर्त 22 अप्रैल से शुरू होंगे। पिछले साल की तुलना में इस बार 24 विवाह मुहूर्त कम हैं।
गुरु उदय और शुक्र अस्त रहेगा
वसंत पंचमी पर ही सुबह सूर्योदय के साथ बृहस्पति उदय हो जाएगा। लेकिन इसी दिन शुक्र ग्रह अस्त हो जाएगा। इसलिए इन दिनों विवाह मुहूर्त नहीं हैं, फिर भी कुछ जगहों पर वसंत पंचमी के अबूझ मुहूर्त में शादियां होंगी। इस दिन बृहस्पति ग्रह के उदित रहने से विद्यारंभ संस्कार और अन्य शुभ कामों के लिए दिनभर शुभ मुहूर्त रहेगा।
वसंत पंचमी: हर मांगलिक कार्य के लिए मुहूर्त
बसंत पंचमी पर सिद्धि, सर्वार्थसिद्धि और रवियोग के साथ ही कई तरह के राजयोग भी बन रहे हैं। इन शुभ योगों के बनने से नए कामकाज की शुरुआात के लिए यह दिन उत्तम माना जाता है। इस दिन विवाह के साथ ही मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा, घर की नींव, गृह प्रवेश, वाहन खरीदने, व्यापार शुरू करने आदि के लिए शुभ है। इस दिन अन्नप्राशन संस्कार भी किया जा सकता है।
इन तारीखों में नहीं होंगी शादियां
इस साल में कई बार विवाह मुहूर्त पर प्रतिबंध रहेगा। पंडित गणेश मिश्र के मुताबिक 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र ग्रह अस्त रहेगा। इसके बाद 20 जुलाई से 14 नवंबर तक देवशयन काल होने से विवाह नहीं होंगे। फिर साल के आखिरी में 15 दिसंबर से खरमास शुरू के कारण विवाह लग्न मुहूर्त नहीं होंगे।
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