Life Management: राजा का प्रिय हाथी दलदल में फंस गया तो सभी परेशान हो गए, तभी मंत्री ने सूझाया ये अजीब उपाय

जीवन में परेशानियों का आना-जाना लगा रहता था। कुछ लोग परेशानियों से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं तो कुछ इसे भाग्य के भरोसे छोड़ देते हैं। कई बार ऐसी स्थिति भी बन जाती है कि एक साथ की परेशानी हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है।

उज्जैन. कठिन हालातों में अच्छे से अच्छे लोग घुटने टेक देते हैं और हार मान जाते हैं। Asianetnews Hindi Life Management सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के अंतर्गत आज हम आपको ऐसा प्रसंग बता रहे हैं जिसका सार यही है परिस्थिति भले ही कितनी भी विकट क्यों न हो, हमें हार नहीं माननी चाहिए और दोगुने जोश के साथ उससे निकलने का प्रयास करना चाहिए।

जब राजा का हाथी फंस गया दलदल में
किसी देश में एक विद्वान राजा रहा करता था। उसके राज्य में किसी को कोई कमी नहीं थी। वह अपनी प्रजा के साथ-साथ सैनिकों और पालतू जानवरों पर भी बहुत ध्यान देता था। राजा के पास एक हाथी था, जो उसे अति प्रिय था। कई युद्धों में उसने राजा का साथ दिया था। राजा उसे बहुत पसंद करते थे।
समय के साथ-साथ वो हाथी बूढ़ा गया, जिसके कारण उसकी शक्ति कम होती गई। लेकिन राजा फिर भी उसका बहुत ध्यान रखता था। उसकी देखभाल के लिए राजा ने सैनिकों की नियक्ति की हुई थी।
एक दिन सैनिक हाथी को नहलाने के लिए तालाब में ले गए। उस तालाब में कीचड़ बहुत अधिक था। हाथी जब तालाब में गया ता वह कीचड़ में फंस गया। शक्तिहीन होने के कारण वो बाहर नहीं निकल पा रहा था। सैनिकों ने भी कई प्रयास किए, लेकिन वे सफल नहीं हो गए।
ये बात जब राजा को पता चली तो वे भी तालाब के पास आए। बहुत प्रयास करने के बाद भी हाथी तालाब के कीचड़ में फंस गया था। वहां राजा के एक बुद्धिमान मंत्री भी थे। उन्होंने सैनिकों से कहा कि “ तुम यहां युद्ध में उत्साह बढ़ाने वाले ढोल ताशे बजाओ।”
मंत्री की बात किसी को समझ में नहीं आई, लेकिन फिर भी सभी ने मंत्री के आदेश का पालन किया। थोड़ी देर वहां जोर-जोर से युद्ध के नगाड़े बजाए जाने लगे। सभी ने देखा कि युद्ध के नगाड़ों की आवाज सुनकर हाथी में जोश आ गया और वो कीचड़ से निकलने का प्रयास करने लगा। थोड़ी ही देर बाद हाथी बिना किसी की मदद से स्वयं ही कीचड़ से बाहर निकल आया।
राजा ने मंत्री से इस युक्ति के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि “ ये युद्ध का हाथी है, शक्तिहीन होने के साथ-साथ इसमें मनोबल की भी कमी आ गई है। युद्ध के नगाड़ों की आवाज सुनते ही इसका मनोबल बढ़ने लगा और ये पानी से बाहर निकल आया।”

लाइफ मैनेजमेंट
जब आप पर कोई भारी संकट आ जाए तो थककर हार न माने, दोगुने जोश के साथ उस संकट से निकलने की कोशिश करें। आप जल्दी ही सफलता पा लेंगे।


 

Latest Videos

ये खबरें भी पढ़ें...

Life Management: जब एक बुढ़िया ने शिवाजी महाराज को कहा मूर्ख, शिवाजी ने कारण पूछा तो बताई उनकी ये गलती

 

Life Management: पूरा खजाना देने के बाद भी फकीर का भिक्षा पात्र नहीं भर पाया राजा…कारण भी बहुत अनोखा था

Life Management: साधु किसी गरीब को सोने का सिक्का देना चाहते थे, लेकिन उन्होंने राजा को दे दिया…जानिए क्यों?

Life Management: मूर्तिकार ने अपने जैसी 10 मूर्तियां बनाई, यमदूत आए तो वो भी चकरा गए…फिर क्या हुआ?

Life Management: संत ने छोटी बच्ची से मांगा एक मुट्ठी मिट्टी का दान, शिष्य के पूछने पर बताई ये खास वजह


Life Management: एक वृद्ध लोगों को पेड़ पर चढ़ना सीखाता था, उसने अपने छात्रों की परीक्षा ली और बताई सबसे खास बात

Life Management: प्रोफेसर ने स्टूडेंट के लिए शिंकजी बनाई, उसमें जानबूझकर नमक ज्यादा डाल दिया…फिर समझाई ये बात

Share this article
click me!

Latest Videos

Dev Diwali 2024: देव दिवाली आज, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और सबसे खास उपाय
पहली बार सामने आया SDM थप्पड़ कांड का सच, जानें उस दोपहर क्या हुआ था । Naresh Meena । Deoli-Uniara
क्या है Arvind Kejriwal का मूड? कांग्रेस के खिलाफ फिर कर दिया एक खेल । Rahul Gandhi
पनवेल में ISKCON में हुआ ऐसा स्वागत, खुद को रोक नहीं पाए PM Modi
SDM थप्पड़कांड के बाद 10 धाराओं में दर्ज हुआ केस, हवालात में ऐसे कटी नरेश मीणा की रात । Deoli-Uniara