Orthodox Christmas: फरवरी 2022 से शुरू हुआ रूस यूक्रेन का युद्ध आज भी जारी है। 5 जनवरी को रूस के ईसाई धर्मगुरु पेट्रीआर्क किरिल की अपील पर प्रेसिडेंट पुतिन ने 6 और 7 जनवरी को सीजफायर का ऐलान किया है।
उज्जैन. वैसे तो पूरी दुनिया में क्रिसमस 25 दिसंबर को ही मनाया जाता है, लेकिन कुछ देशों में क्रिसमस जुड़ी मान्यताओं में फर्क देखने को मिलता है। रूस और यूक्रेन भी ऐसे ही 2 देश हैं। यहां ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस (Orthodox Christmas 2023) मनाने की परंपरा है, जो जनवरी के पहले सप्ताह में मनाया जाता है। इस बार ये फेस्टिवल 7 जनवरी, शनिवार को मनाया जाएगा। इस मौके पर रूस के ईसाई धर्मगुरु पेट्रीआर्क किरिल ने पुतिन से यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में सीजफायर की अपील की, जिसे उन्होंने मान लिया। यानी रूसी सेना 6-7 जनवरी को यूक्रेन पर कोई हमला नहीं करेगी। आगे जानिए क्या है ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस और इससे जुड़ी खास बातें…
3 धाराओं में बंटा है ईसाई धर्म
ईसाई धर्म की शुरूआत प्रथम सदी में फलिस्तीन से हुई मानी जाती है, जिसके अनुयायी क्रिश्चियन या ईसाई कहलाते हैं। यह धर्म यीशु मसीह की उपदेशों का पालन करता है। ईसाइयों में मुख्ययतः तीन सम्प्रदाय हैं, कैथोलिक, प्रोटेस्टेंट और ऑर्थोडॉक्स। सभी का एक ही धर्मिक ग्रंथ बाइबिल है। 11वीं शताब्दी तक ईसाई धर्म एक ही था, इसके बाद ये 3 भागों में बंट गया। सबसे ज्यादा अनुयायी कैथोलिक पंथ को मानते हैं। ऑर्थोडॉक्स को आमतौर पर रूसी ऑर्थोडॉक्स कहा जाता है। क्योंकि इस पंथ को मानने वाले सबसे अधिक ईसाई वहीं और इसके आस-पास के देशों में रहते हैं।
क्या है ऑर्थोडॉक्स और कैथोलिक क्रिसमस में फर्क? (What is the difference between Orthodox and Catholic Christmas?)
अधिकांश लोग 25 दिसंबर को मनाए जाने वाले क्रिसमस के बारे में जानते हैं, जिसे कैथोलिक लोग मनाते हैं, लेकिन इसके अलावा ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस भी मनाया जाता है, इस बार ये फेस्टिवल 7 जनवरी को है। ये फेस्टिवल ईसाई धर्म के ऑर्थोडॉक्स समुदाय के लोग मनाते हैं। खास बात ये है कि रूस और युक्रेन दोनों देश ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस मनाते हैं। इनके अलावा पूर्वी यूरोप के देशों जैसे रूस, ग्रीस, इथियोपिया और इजिप्ट में भी मनाया जाता है।
ऑर्थोडॉक्स और कैथोलिक कैलेंडर भी अलग
ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस और कैथोलिक चर्च में वैसे तो कोई खास फर्क नहीं है सिर्फ तारीख को छोड़कर। दोनों क्रिसमस में लगभग एक जैसी ही परंपराएं निभाई जाती हैं। तारीख अलग होने की वजह इन दोनों समुदाय का अलग कैलेंडर हो सकता है। जब पूरी दुनिया 25 दिसंबर को क्रिसमस का जश्न मनाती है तो ऑर्थोडॉक्स पंथ को मानने वाले इससे दूर रहते हैं, वो 7 जनवरी को क्रिसमस मनाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में करीब 24 करोड़ ऑर्थोडॉक्स ईसाई हैं। जिस तरह कैथोलिक चर्च के प्रमुख को पोप कहते हैं उसी तरह ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख को पेट्रीआर्क कहते हैं।
ये भी पढ़ें-
इस देवी मंदिर को नारियलों से होती है 40 करोड़ की सालाना आय, कहां से आते हैं इतने नारियल?
Makar Sankranti 2023: 20वीं सदी में 36 बार 15 जनवरी को मनाई जाएगी मकर संक्रांति, क्यों आ रहा है ये अंतर?
Hindu Tradition: जन्म के बाद क्यों जरूरी है बच्चे का मुंडन संस्कार, सिर पर क्यों लगाई जाती है हल्दी?
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।