Shattila Ekadashi 2022: षटतिला एकादशी 28 जनवरी को, इस दिन ध्यान रखें ये बातें, क्या करें-क्या नहीं?

माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi 2022) कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को तिल से बने पकवानों का भोग लगाया जाता है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 24, 2022 8:04 AM IST

उज्जैन. षटतिला एकादशी व्रत में तिल का छ: रूप में उपयोग करना उत्तम फलदाई माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, षटतिला एकादशी के दिन तिल का दान करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है और जो जितना तिल दान करता है, उतने हजार वर्ष तक स्वर्ग में स्थान पाता है। इस बार षटतिला एकादशी व्रत 28 जनवरी, शुक्रवार को है। षटतिला एकादशी व्रत करने के लिए कुछ नियम हैं। आगे जानिए षटतिला एकादशी व्रत के जुड़े इन नियमों के बारे में… 

षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi 2022) व्रत के नियम
1.
षटतिला एकादशी का व्रत करने से एक दिन पूर्व से मांसाहार और तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। 
2. एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को बैंगन और चावल नहीं खाना चाहिए। 
3. षटतिला एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को व्रत वाले दिन तिल का उबटन लगाना चाहिए, साथ ही पानी में तिल डालकर स्नान करना चाहिए। 
4. षटतिला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा में तिल का प्रयोग करें। उनको तिल का भोग लगाएं। 
5. जो व्रत रखते हैं, उनको फलाहार में तिल से बने खाद्य पदार्थ एवं तिल मिला हुआ जल ग्रहण करना चाहिए। 
6. षटतिला एकादशी के दिन तिल का हवन और तिल का दान करने का विधान है। 
7. एकादशी व्रत के दिन पूजा के समय षटतिला एकादशी व्रत कथा का श्रवण जरूर करें। 
8. व्रत का श्रवण करने से उसका महत्व पता चलता है और व्रत का पुण्य मिलता है।

इन बातों का भी रखें ध्यान
एकादशी तिथि को हिंदू धर्म में बहुत ही विशेष माना जाता है। इससे जुड़े कई नियम धर्म ग्रंथों में बताए गए हैं। ये नियम प्रत्येक एकादशी तिथि के लिए मान्य हैं। आगे जानिए इन नियमों के बारे में…
1. एकादशी तिथि पर दातून यानी ब्रश नहीं करना चाहिए। तिथि आरंभ होने से पहले ब्रश कर सकते हैं।
2. एकादशी तिथि पर पान नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे रजोगुण की प्रवृत्ति बढ़ती है और एकादशी पर हमें मन संयम रखने में परेशानी होती है।
3. एकादशी पर पलंग पर नहीं सोना चाहिए और न ही स्त्री संग करना चाहिए।

 

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