Tamil Hanuman Jayanti 2022: देश के किस हिस्से में कब मनाया जाता है हनुमान जयंती का पर्व?

Tamil  Hanuman Jayanti 2022: हनुमानजी को कलयुग का जीवंत देवता कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार हनुमानजी आज भी जीवित हैं और किसी दुर्गम स्थान पर तपस्या कर रहे हैं। और भी कई मान्यताएं हनुमानजी से जुड़ी हुई हैं।
 

उज्जैन. देश के अलग-अलग हिस्सों हनुमानजी को लेकर विभिन्न मान्यताएं प्रचलित हैं। पूरे देश में जहां चैत्र पूर्णिमा पर हनुमान जयंती (Tamil  Hanuman Jayanti 2022) का पर्व मनाया जाता है, वहीं तमिलनाडु में ये पर्व मार्गशीर्ष या पौष मास की अमावस्या को मनाया जाता है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, तमिलनाडू में हनुमान जयंती का पर्व मार्गशीर्ष अमावस्या पर मूल नक्षत्र का संयोग हो तब मनाया जाता है और ऐसा न हो तो पौष मास की अमावस्या पर ये पर्व मनाने की परंपरा है। इस पौष मास की अमावस्या 23 दिसंबर, शुक्रवार को है। इसलिए इसी तिथि पर ये पर्व मनाया जाएगा। आगे जानिए इस पर्व से जुड़ी अन्य खास बातें…

हनुमानजी के जन्म तिथि को लेकर मान्यताएं
समूचे उत्तर और मध्य भारत में हनुमान जयंती का पर्व चैत्र मास की पूर्णिमा पर मनाया जाता है। ये तिथि राम नवमी के 7 दिन बाद आती है। हनुमानजी जयंती के अगले दिन से वैशाख मास की शुरूआत मानी जाती है। अनेक धर्म ग्रंथों के अनुसार, अंजनी पुत्र हनुमानजी का जन्म इसी तिथि पर हुआ माना जाता है। इसलिए इस दिन सभी हनुमान मंदिरों में विशेष आयोजन व पूजा आदि की जाती है।

Latest Videos

इस दिन भी मनाते हैं हनुमान जयंती
कुछ धर्म ग्रंथों के अनुसार, हनुमानजी का जन्म कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर हुआ था। ये तिथि दीपावली से ठीक एक दिन पहले आती है, जिसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इस दिन छोटी दीपावली का पर्व मनाया जाता है। दक्षिण भारत में इस दिन राजा बलि की पूजा विशेष रूप से की जाती है। हालांकि ये तिथि इतनी प्रचलित नहीं है। देश के कुछ हिस्सों में इस तिथि पर हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है।

यहां 41 दिनों तक मनाया जाता है हनुमान जयंती का पर्व
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हनुमान जयंती का पर्व 41 दिनों तक मनाया जाता है। ये पर्व चैत्र पूर्णिमा से शुरू होता है और वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष के दसवें दिन पर समाप्त होता है। इस दौरान हनुमान मंदिरों की विशेष साज-सज्जा की जाती है और पूजा का आयोजन किया जाता है। कर्नाटक की बात की जाए तो यहां हनुमान जयंती का पर्व मार्गशीर्ष शुक्ल त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। इसे यहां हनुमान व्रतम के नाम से जाना जाता है।


ये भी पढ़ें-

Corona Virus In 2023: कोरोना विस्फोट का कारण ये अशुभ योग तो नहीं, क्या साल 2023 में थमेगा कोरोना का कहर?


Festival Calendar 2023: साल 2023 में कब, कौन-सा त्योहार मनाया जाएगा? यहां जानें पूरी डिटेल

Hindu Tradition: जन्म के बाद क्यों जरूरी है बच्चे का मुंडन संस्कार, सिर पर क्यों लगाई जाती है हल्दी?

Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। 

Share this article
click me!

Latest Videos

Year Ender 2024: Modi की हैट्रिक से Kejriwal - Hemant Soren के जेल तक, 12 माह ऐसे रहे खास
ऐसा क्या बोले राजनाथ सिंह सभा में लगने लगे 'योगी बाबा' के नारे #Shorts #rajnathsingh
'सोना सस्ता लहसुन अभी भी महंगा' सब्जी का भाव जान राहुल हैरान । Rahul Gandhi Kalkaji Sabzi Market
Christmas 2024: आखिर क्रिसमस पर चुपके से ही क्यों गिफ्ट देता है सेंटा क्लॉज ? । Santa Claus Story
Pushpa 2 Reel Vs Real: अल्लू अर्जुन से फिर पूछताछ, क्या चाहती है सरकार? । Allu Arjun