गुरु को नवग्रहों में प्रमुख ग्रह माना जाता है। गुरु के राशि परिवर्तन का प्रभाव हर राशि के जातकों के जीवन पर किसी न किसी रूप में पड़ता है। गुरु लगभग 1 वर्ष तक एक राशि में रहते हैं। इसके साथ ही समय-समय पर नक्षत्र भी बदलते हैं, जिसका प्रभाव हर राशि के जीवन पर किसी न किसी रूप में पड़ता है। आने वाली 28 तारीख को नक्षत्र बदलकर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। गुरु के चंद्रमा की राशि में प्रवेश करते ही कुछ राशियों के जातकों का भाग्योदय होगा।
गुरु रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर सिंह राशि के बारहवें भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। लंबे समय से रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। अचानक धन लाभ के भी योग बन रहे हैं। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को भी सफलता मिल सकती है। वेतन में वृद्धि के भी योग हैं। नया व्यापार शुरू करने की योजना बना रहे लोगों को इस दौरान लाभ मिल सकता है। विदेश में नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को लाभ होगा। विदेश से व्यापार करने वालों को भी अच्छा लाभ हो सकता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।
कर्क राशि में गुरु नवम भाव के स्वामी होने के कारण भाग्य भाव में और एकादश भाव में जाना लाभकारी रहेगा। आप परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। इसके साथ ही आपका लंबे समय से रुका हुआ काम दोबारा शुरू हो सकता है। आय के नए स्रोत खुलेंगे। समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है। नौकरी ढूंढ रहे लोगों को कई ऑफर मिल सकते हैं। भाई-बहन और शिक्षकों का पूरा सहयोग मिलेगा। ऐसे में आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं।
रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के बाद गुरु धनु राशि के छठे भाव में होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को अचानक धन लाभ हो सकता है। इसके साथ ही आप भविष्य के लिए बचत करने में सफल रहेंगे। आपकी कई मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। करियर की बात करें तो आपके काम की प्रशंसा होगी। इससे आय के स्रोत बढ़ेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।