Aaj Ka Panchang 17 जून 2023: आषाढ़ मास की श्राद्ध अमावस्या आज, जानें कौन-कौन से शुभ-अशुभ योग बनेंगे?

17 जून, शनिवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि, शूल और गण्ड नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे।

 

Manish Meharele | Published : Jun 16, 2023 1:17 PM IST

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में कुल 16 तिथियां बताई गई हैं। इनमें से अमावस्या भी एक है। इस तिथि के स्वामी पितृ हैं। इसलिए इस तिथि पर पितरों की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान आदि किए जाते हैं। इस बार आषाढ़ मास की अमावस्या तिथि 2 दिन रहेगी, 17 और 18 जून को। 17 जून को श्राद्ध अमावस्या और 18 जून को स्नान-दान अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…

17 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 17 June 2023)
17 जून 2023, दिन शनिवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि सुबह 09:11 तक रहेगी, इसके बाद अमावस्या तिथि आरंभ हो जाएगी, जो रात अंत तक रहेगी। इस दिन श्राद्ध आदि पितृ कर्म किए जा सकते हैं। शनिवार को रोहिणी नक्षत्र शाम 04.25 तक रहेगा, इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शनिवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि, शूल और गण्ड नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:06 से 10:47 तक रहेगा।

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
शनिवार की रात चंद्रमा वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन सूर्य मिथुन राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में, शनि कुंभ राशि में, बुध वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में, शुक्र और मंगल कर्क राशि में रहेंगे।

17 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- आषाढ़
पक्ष- कृष्ण
दिन- शनिवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- रोहिणी और मृगशिरा
करण- शकुनि और चतुष्पद
सूर्योदय - 5:45 AM
सूर्यास्त - 7:10 PM
चन्द्रोदय - Jun 17 4:37 AM
चन्द्रास्त - Jun 17 6:43 PM
अभिजीत मुहूर्त – 12:00 PM – 12:54 PM

17 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 2:08 PM – 3:49 PM
कुलिक - 5:45 AM – 7:25 AM
दुर्मुहूर्त - 07:32 AM – 08:26 AM
वर्ज्यम् - 10:25 PM – 12:07 AM


ये भी पढ़ें-

Adipurush: हरण के बाद रावण ने देवी सीता को अशोकावाटिका में क्यों रखा, अपने महल में क्यों नहीं?


Adipurush: नहीं दिखी सोने की लंका, कई कैरेक्टर कर दिए गायब, कई दृश्यों में स्तरहीन डायलॉग, पढ़ें आदिपुरुष मूवी का धार्मिक रिव्यू


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

Share this article
click me!