एक्स शोरूम कीमत से भी महंगी पड़ती है एक कार, 10 पॉइंट में समझिए Car रखना कितना खर्चीला
कार का मालिक बनना इतना आसान नहीं होता है। कार रखना अपने आप में काफी खर्चीला होता है। हालांकि कार खरीदने के दौरान अक्सर लोग सिर्फ एक्स-शोरूम कीमत ही देखते हैं लेकिन इसके आगे भी काफी खर्चे होते हैं।
Asianet News Hindi | Published : Jan 9, 2023 7:29 AM IST / Updated: Jan 10 2023, 10:19 AM IST
ऑटो डेस्क : जब कभी भी आप कार खरीदने (Car Owning) की प्लानिंग करते हैं तो सबसे पहले क्या देखते हैं? आपका जवाब होगा, उसकी एक्स-शोरूम प्राइज..लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ एक दिखावा हो सकता है। क्योंकि जब आप डीलर के पास जाते हैं, तब उसी कार की ऑन-रोड कीमत काफी ज्यादा होती है। उसमें एंश्योरेंस, रजिस्ट्रेशन, रोड टैक्स और डीलर से कुछ ऐसे शुल्क भी होते हैं, जिनकी जानकारी ही नहीं होती। इतना ही नहीं, कार खरीदने के बाद ऑन रोड यह और भी ज्यादा महंगी पड़ती है। क्योंकि जब तक कार आपकी है, उस पर कई तरह के खर्चे आते हैं। तो खुद ही देख लीजिए भारत में कार रखने का कुल खर्च कितना होता है..
कार खरीदने के लिए अगर आपने कार लोन लिया है, तो उसका ब्याज लागत में शामिल होता है।
कार का एंश्योरेंस कराने का खर्च और हर साल बीमा कराना।
कार का माइलेज और फ्यूल पर खर्च भी जोड़ें।
भले ही कार खरीदने के पहले साल की सर्विसिंग फ्री में मिलती हो लेकिन उसके बाद कार मालिक को ही सर्विस का खर्च उठाना पड़ता है।
टायर, व्हील अलाइनमेंट, एसी गैस जैसे मेंटेनेंस का खर्च भी जोड़ें। हालांकि कार खरीदने के 2 साल तक ज्यादा मेंटेनेंस नहीं होता है लेकिन बाद में ये खर्चा दिखता है।
कार की एक्सेसरीज का खर्च जैसे- सीट कवर, टेफ्लॉन कोटिंग और स्टीयरिंग कवर जैसी एक्सेसरीज।
कार है तो पार्किंग की भी जरूरत पड़ेगी। जैसे मॉल, थिएटर जैसी जगहों पर पेड करना होता है। हर महीने पार्किंग पर करीब-करीब 200-300 रुपए खर्च हो ही जाते हैं।
कार की साफ-सफाई भी रखना महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में उसका खर्च भी बढ़ता है। कार की सफाई कराने पर हर महीने करीब 300-400 रुपए का खर्च आता है। हालांकि यह आप जहां रहते हैं, उसके हिसाब से होता है।
हाइवे पर कार लेकर चलते हैं तो टोल देना होता है। कई जगह ऐसे भी हैं, जहां अन्य तरह के शुल्क भी देने होते हैं।
कार की कीमत डेप्रिसिएशन होती रहती है। इसका मतलब है कि कार खरीदने के साथ ही कीमते घटने लगती है। नई कार खरीदने के एक साल के अंदर ही 20 प्रतिसत तक कीमत कम हो जाती है। ऐसे में कई और फैक्टर्स भी निर्भर करता है।