फैक्ट्री फिटेड CNG किट न होने पर कई लोग आफ्टर मार्केट से CNG सिलेंडर लगवाते हैं। लेकिन, अगर आप अपनी कार में आफ्टर मार्केट CNG किट लगवाने की सोच रहे हैं तो ये बातें आपको पता होनी चाहिए।
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसकी वजह से देशभर में कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) पावरट्रेन की लोकप्रियता बढ़ रही है। CNG की बढ़ती मांग को देखते हुए टाटा, मारुति, हुंडई जैसे कुछ कार निर्माता कंपनियां देश में डुअल फ्यूल पावरट्रेन (पेट्रोल-CNG) वाली कारें ऑफर करने लगे हैं। फिर भी, फैक्ट्री फिटेड CNG किट न होने पर कई लोग आफ्टर मार्केट से CNG सिलेंडर लगवाते हैं। लेकिन, अगर आप अपनी कार में आफ्टर मार्केट CNG किट लगवाने की सोच रहे हैं तो ये बातें आपको पता होनी चाहिए।
1. क्या सभी कारों में CNG किट लग सकती है?
सिर्फ पेट्रोल कारों को ही CNG किट के साथ बदला जा सकता है। डीजल इंजन CNG पर नहीं चल सकते। इसके साथ ही, सभी पेट्रोल कारों में CNG किट नहीं लगाई जा सकती। पुरानी कारों में भी CNG किट नहीं लगाई जा सकती। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपकी कार CNG किट लगवाने के योग्य है या नहीं।
2. RC अपडेट करें
अगर आप आफ्टर मार्केट से CNG किट लगवाने की सोच रहे हैं, तो कार को रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) ले जाकर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) अपडेट करवाएं। वहां, RC में लिखे फ्यूल के प्रकार को बदलवाएं। इसमें CNG पावरट्रेन को भी RTO अपडेट करेगा। तभी आप अपडेटेड दस्तावेजों के साथ गाड़ी सड़क पर चला पाएंगे।
3. रजिस्टर्ड डीलर से CNG किट लगवाएं
फैक्ट्री फिटेड CNG किट वाली कारें महंगी होती हैं। लेकिन ये कारें निर्माता की वारंटी के साथ आती हैं। वहीं आफ्टर मार्केट CNG किट सस्ती होती हैं। लेकिन गैस लीक जैसी सुरक्षा चिंताएं ग्राहकों को परेशान करती हैं। इसलिए, रजिस्टर्ड डीलर से ही CNG रेट्रोफिट किट खरीदें और लगवाएं।
4. इंश्योरेंस
CNG पेट्रोल से सस्ता होता है, लेकिन CNG कारों का इंश्योरेंस प्रीमियम पेट्रोल या डीजल मॉडल से ज्यादा होता है। अगर आप आफ्टर मार्केट से CNG किट रेट्रोफिट करवा रहे हैं, तो RTO से कागजात अपडेट करवाएं और CNG किट लगवाने के तुरंत बाद इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करें। क्योंकि उसके बाद मौजूदा पॉलिसी शून्य हो जाएगी, उसके बाद आपको क्लेम नहीं मिलेगा। अगर आपको इंश्योरेंस का लाभ चाहिए, तो RTO से अपने दस्तावेज अपडेट करवाएं। हालांकि, इसके बाद आपको इंश्योरेंस कवरेज के लिए ज्यादा प्रीमियम देना होगा।
5. ईंधन की कीमत और बूट स्पेस
CNG से चलने वाली कारें बेहतर माइलेज देती हैं और कार मालिकों के ईंधन खर्च को काफी कम करती हैं। लेकिन CNG कारों को ज्यादा सर्विसिंग की जरूरत होती है। CNG टैंक की वजह से बूट स्टोरेज स्पेस कम हो जाता है। इसके अलावा, CNG कारें पेट्रोल और डीजल मॉडल के मुकाबले परफॉर्मेंस में भी पीछे रहती हैं।